लखनऊ उत्तर प्रदेश भू-सम्पदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) की साप्ताहिक समीक्षा बैठक सोमवार को रेरा मुख्यालय, लखनऊ में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता रेरा अध्यक्ष भूसरेड्डी ने की, जबकि नोएडा कार्यालय के अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।अध्यक्ष ने बैठक के दौरान विन्दुवार विभिन्न विषयों की गहन समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को लंबित प्रकरणों के शीघ्र एवं प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण के निर्देश दिए। बैठक में रेरा अधिनियम की धारा-31 के अंतर्गत दर्ज शिकायतों की स्थिति, अवमानना याचिकाओं, अपीलों, उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में लंबित वादों, ट्रिब्यूनल में चल रहे प्रकरणों और रिट याचिकाओं की स्थिति पर भी विस्तार से चर्चा की गई।इसके अलावा, रेरा एजेंट्स, प्रमोटर्स और शिकायतकर्ताओं के बीच आदेशों के संदर्भ में हुए समझौतों, पंजीकृत परियोजनाओं में अधिनियम, नियमावली और रेगुलेशन के अनुपालन की स्थिति, पोर्टल से संबंधित तकनीकी मुद्दे, आर्किटेक्चरल संक्शन (ए.एस.ओ.) और कंप्लीशन सर्टिफिकेट (सी.सी.) के अपलोड की प्रगति, मानव संसाधन प्रबंधन और रेरा मुख्यालय भवन निर्माण की प्रगति की भी समीक्षा की गई।भूसरेड्डी ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वे अपने दायित्वों का निर्वहन समयबद्ध और समर्पणभाव से करें, ताकि रेरा की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।बैठक में रेरा सचिव महेन्द्र वर्मा, प्रमुख सलाहकार अबरार अहमद, वित्त परामर्शदाता सुधांशु त्रिपाठी, संयुक्त सचिव उमाशंकर सिंह, सहायक निदेशक (सिस्टम) अम्बरीस सहित लखनऊ मुख्यालय और नोएडा कार्यालय के अधिकारी उपस्थित रहे।