महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या। प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। इसे देखते हुए नगर के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर व्यवस्थाओं को लगातार सुदृढ़ किया जा रहा है। इस कड़ी में सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में भी भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए परिसर का चौड़ीकरण किया जा रहा है। हनुमानगढ़ी परिसर के निकास द्वार का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है, जो आने-जाने वालों की भीड़ को सुव्यवस्थित रूप से नियंत्रित करेगा। निकास द्वार के ठीक सामने अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त ‘हनुमत कथा मंडपम’ का निर्माण किया गया है। यह अयोध्या में अब तक निर्मित सबसे बड़ा कथा मंडप है, जिसमें एक साथ पांच हजार से अधिक लोग बैठ सकते हैं। यहां धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजनों को सुनियोजित ढंग से संपन्न कराया जा सकेगा। कथा मंडपम का खास आकर्षण मे से एक हनुमान जी की ग्यारह फिट की मूर्ति है l जिसका आवरण भी योगी आदित्यनाथ करेंगेl’हनुमत कथा मंडपम’ का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल विशेष समारोह में करेंगे। मंडपम का निर्माण केटी प्रोजेक्ट्स द्वारा कराया गया है, जिसकी निदेशक इंजीनियर पारुल जायसवाल हैं। पारुल जायसवाल ने बताया कि वे 2013 से निर्माण कार्य से जुड़ी हैं और सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक व एमटेक कर चुकी हैं। उन्होंने बताया, “हनुमान जी की कृपा से यह कार्य मिला। हमने इस प्रोजेक्ट में श्रद्धा, भक्ति और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा है।” उन्होंने यह भी बताया कि मंडपम की विशेष सजावट और निर्माण की मजबूती इसे एक विशिष्ट पहचान देती है।
प्रोजेक्ट मैनेजर अंकित जायसवाल की मेहनत को भी सराहा जा रहा है। उन्होंने दिन-रात एक कर कम समय में उत्कृष्ट निर्माण कार्य को अंजाम दिया। केटी प्रोजेक्ट्स के तहत अयोध्या मे अन्य कार्य का भी निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिसे वर्ष के अंत तक पूर्ण कर लेने का लक्ष्य रखा गया है। अयोध्या के धार्मिक विकास में यह एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और धार्मिक आयोजनों का आयोजन अधिक भव्य रूप में हो सकेगा।