राधिका की मृत्यु का रहस्य सुलझाना पुलिस के लिए बनी पहेली

बस्ती: पुरानी बस्ती थानाक्षेत्र के पांडेय बाजार स्थित डेयरी संचालक रामप्रकाश उर्फ रामू गुप्ता ने बताया कि निजी डेयरी में वह आठ गाय पाल रखें हैं। इसी की देखरेख के लिए उन्होंने राधिका व उसकी बहन अंशिका को एक सप्ताह पहले 14 मई 2025 को काम पर रखा था। दोनों बहनें यहीं रह कर उनके गायों की देखभाल कर रही थीं। मंगलवार की सुबह गायों का दूध निकालने के लिए वह जब डेयरी पर पहुंचे वहां राधिका नहीं मिली। उसकी तलाश शुरू की तो खंडहरनुमा शौचालय में जली अवस्था में वह मिली। तत्काल यूपी 112 व फायर ब्रिगेड टीम को सूचना दी। जब तक पुलिस पहुंची उसकी मृत्य़ु हो चुकी थी। उन्होंने बताया कि राधिका व उसकी छाेटी बहन अंशिका 14 मई 2025 से उनके यहां काम कर रही थी। इनका मायका वाल्टरगंज थानाक्षेत्र के चकईजोत गांव में है। दोनों बहने एक घर में ब्याही हैं। राधिका के पास एक बेटा भी पांच वर्ष का बताया जाता है। उसका पति विनोद दिल्ली व अंशिका का पति प्रमाेद मुबंई में काम करता है। विनोद व प्रमाेद सगे भाई व राधिका व अंशिका सगी बहनें बताई जाती हैं। सोमवार को अंशिका का पति प्रमाेद मुंबई डेयरी पर आया था। रात में डेयरी पर दोनों बहनों के संग यहीं पर ठहरा था। सुबह यह घटना हो गई । इस नाते शक के दायरे में मृतका का बहनोई प्रमोद व उसकी पत्नी अंशिका माने जा रहे हैं। पुलिस इस मामले की प्रेम प्रसंग, पारिवारिक कलह व संपत्ति के विवाद जैसे हर एंगल से जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह का पता लग सकेगा। फिलहाल महिला की किन परिस्थितियों में कैसे मौत हुई अभी तक रहस्य बरकरार है। मृत्यु के पीछे क्या वजह है। इस पर सवाल बना हुआ है। लोगों को आशंका है कि हत्या करने के बाद शव को फेंक कर आग लगा दिया गया होगा। तर्क दिया जा रहा है कि जब राधिका आग से जल रही थी। तो आखिर उस वक्त वहां मौजूद उसकी बहन-बहनोई वहां क्यों नहीं आए। उसने बचाव में गुहार क्यों नहीं लगाई। आग से अपने बचाव के लिए वह क्यों नहीं भागी। इन्हीं बातों से हत्या करने के बात पर बल मिल रहा है। शव जल कर राख में तब्दील हो गया जबकि आग लगाई होती तो वह बचने के लिए भागने का प्रयास करती है। जांच जारी है पुलिस आसपास के लोगों से भी पूछताछ कर रही है। स्वजन को भी पोस्टर्माटम रिपोर्ट का इंतजार है। इसके बाद ही तहरीर देने की बात कही है।