चौथी बार गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अंजना सिन्हा ‘सखी’ रायगढ़ को मिला

छत्तीसगढ़ बहुद्देशीय व्याकरण (विश्व के व्याकरणों में प्रथम छत्तीसगढ़ संपादित व्याकरण) में अपनी सूझबूझ और रचनात्मक योगदान के माध्यम से अंजना सिन्हा ‘सखी’ रायगढ़ ने महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया, जिसके लिए उन्हें गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में चौथी बार स्थान प्राप्त हुआ। यह सम्मान उन्हें 13 मई 2025 को राष्ट्रीय कवि संगम के तत्वावधान में रायपुर, छत्तीसगढ़ में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया।

इस ऐतिहासिक अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय साहित्य मंच की अध्यक्ष डॉ. श्रीमती ललिता यादव ने की। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ अभिनेत्री एवं समाजसेविका श्रीमती सुमन मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. बी. ए. भोसले, प्राचार्य आ.अ.स. नियम कॉलेज, वरिष्ठ साहित्यकार एवं सम्पादक श्री सुनील शर्मा, पूर्व मंत्री श्रीमती कल्पना बैनर्जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष पत्रकार संगठन श्री दुर्गेश दुबे, राष्ट्रीय अध्यक्ष दर्शनी पत्रकार संघ श्री भरत शर्मा, एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष गौसेवा आयोग श्री वीरेंद्र बघेल उपस्थित रहे।

कार्यक्रम के संयोजक सुवर्ण कुमार, संचालक डॉ. के. के. कुशवाहा, सह-संयोजक श्री पवन गुप्ता एवं श्री ललित शर्मा थे। इस अवसर पर कुल 117 रचनाकारों को भी सम्मानित किया गया। यह व्याकरण पुस्तक, जिसका संपादन सुवर्ण कुमार द्वारा मेघालय एवं झारखंड में किया गया, छत्तीसगढ़ राज्य की साहित्यिक एवं शैक्षिक उपलब्धियों में एक मील का पत्थर मानी जा रही है।

इस उपलब्धि से अंजना सिन्हा ‘सखी’ रायगढ़ ने यह सिद्ध किया कि सतत साहित्यिक साधना और समर्पण से विश्वस्तरीय पहचान प्राप्त की जा सकती है। उन्हें इस चौथे सम्मान हेतु हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं।