लखनऊ नगर आयुक्त गौरव कुमार ने शहर में जलभराव से निपटने की तैयारियों के तहत शुक्रवार को राजधानी के प्रमुख बाढ़ पंपिंग स्टेशनों का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ अपर नगर आयुक्त पंकज कुमार, चीफ इंजीनियर सिविल महेश वर्मा समेत इंजीनियरिंग विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।निरीक्षण की शुरुआत बटलर पैलेस स्थित बाढ़ पंपिंग स्टेशन से हुई, जहां नगर आयुक्त ने पंपों की कार्यक्षमता और तकनीकी स्थिति का जायजा लिया। यहां कुल छह पंप लगे हैं, जिनमें से दो 90 हॉर्सपावर और दो 150 हॉर्सपावर के बिजली से संचालित पंप हैं, जबकि डीजल से चलने वाले एक 63 HP और एक 35 HP के पंप भी स्थापित हैं। यह स्टेशन बरसात के मौसम में बटलर पैलेस कॉलोनी से जल निकासी कर गोमती नदी में पानी छोड़ने का कार्य करता है।नगर आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी पंपों की समयबद्ध जांच और आवश्यक मरम्मत सुनिश्चित की जाए, जिससे मानसून के दौरान किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो। इसके पश्चात उन्होंने वजीरगंज और सरकटा स्थित बाढ़ पंपिंग स्टेशनों का भी निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की।उन्होंने कहा कि मानसून पूर्व सभी पंपिंग स्टेशनों की सफाई, मरम्मत और उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कोई तकनीकी खामी न रहे और जरूरत पड़ने पर त्वरित कार्यवाही हो सके।नगर आयुक्त गौरव कुमार ने स्पष्ट किया कि नगर निगम का उद्देश्य इस वर्ष शहरवासियों को जलभराव की समस्या से पूरी तरह राहत दिलाना है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक पंपिंग स्टेशन पर तैनात कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज हो और उनकी जिम्मेदारियां स्पष्ट रूप से तय हों, ताकि बारिश के समय किसी भी आपात स्थिति में तत्काल कार्रवाई की जा सके।अंत में नगर आयुक्त ने कहा कि नगर निगम मानसून पूर्व तैयारियों में कोई कोताही नहीं बरत रहा है और सभी विभाग समन्वय के साथ तय समय सीमा में कार्यों को पूर्ण करें।