बस्ती,महिला महाविद्यालय बस्ती में प्राचार्या प्रो सुनीता तिवारी के मार्ग दर्शन में और उर्दू विभाग के तत्त्वावधान में द्विदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आज द्वितीय एवं समापन दिवस पर संगोष्ठी ,उच्च शिक्षा विभाग, प्रयागराज उत्तर प्रदेश के दिशा निर्देशन में -“राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: भारतीय उच्च शिक्षा के पुनर्निर्माण” विषय पर आयोजित की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य प्रो०सुनीता तिवारी द्वारा किया।
छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया।
प्राचार्या ने अपने संबोधन में कहा कि दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का सफल आयोजन महाविद्यालय परिवार के गौरव का विषय है।
तत्त्पश्चात सेंट्रल यूनिवर्सिटी, किशनगढ़, अजमेर, राजस्थान, शिक्षाशास्त्र की सहायक आचार्य डॉ० संगीता यदुवंशी ने आभासी पटल पर जुड़कर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर विस्तृत रूप से व्याख्यान दिया।
राष्ट्रीय संगोष्ठी के द्वितीय दिवस के तृतीय और चतुर्थ सत्र के तकनीकी सत्र की अध्यक्षता डॉ० रघुनाथ चौधरी एवं डॉ रघुवर पांडेय ने किया।
अध्यक्षीय भाषण में डॉ० रघुनाथ चौधरी ने कहा की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर व्यापक रूप से प्रकाश डाला तथा छात्रा, छात्राएं किस प्रकार से रोजगार प्राप्त कर सकती है तथा किस प्रकार से अपना स्टार्टअप आरम्भ कर सकती हैं पर व्यापक प्रकाश डाला। भावनात्मक विकास,ज्ञानात्मक विकास,विचारात्मक विकास की दिशा में काम करती है।
द्वितीय सत्र की अध्यक्षता प्रख्यात समाजशास्त्री डॉ रघुवर पांडेय ने किया अपने वक्तव्य में डॉ पाण्डेय ने कहा कि “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का मूलभूत ढांचा समग्र विकास पर बल देती है।” आगे उन्होंने कहा कि वोकेशनल के माध्यम से महाविद्यालयों में छात्राओं में कौशल विकास का कार्य किया जा रहा। छात्राओं को गुणात्मक अध्ययन की अग्रसर करने की आवश्यकता है।
डॉ कमलेश पांडेय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के वर्तमान और भविष्य के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।
मंच संचालन डॉ० स्मिता सिंह ने किया।
मुख्य वक्ता डॉ० गोपेश्वर दत्त पांडेय ने अपने वक्तव्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भारतीय भाषाओं के प्रति जो
डॉ० विपुल कुमार “सुनील” जी ने अपने वक्तव्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 प्रकाश डालते हुए कहा कि यह शिक्षा नीति लचीली शिक्षा नीति है।नई शिक्षा नीति मूल्य संवर्धन की बात करती है।
साथ ही भाषा पर विशेष बल देते हुए उन्होंने कहा -“संस्कृत दुनिया की तमाम भाषाओं जननी है।”
श्री कस्तूरीरँगन की अध्यक्षता में बनी राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक सफल शिक्षा नीति है।
कार्यक्रम धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्य प्रो० सुनीता तिवारी द्वारा किया।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।
आज की संगोष्ठी में ऑन लाइन और ऑफ लाइन लगभग 60 रिसर्च पेपर प्रस्तुत किया गए
इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार के सभी सदस्य शामिल रहे। जिनमें प्रमुख रूप से डॉ सीमा सिंह, डॉ नूतन यादव, डॉ सुधा त्रिपाठी, डॉ बृजेश दुबे,डॉ० वीना सिंह, डॉ स्मिता सिंह,डॉ० सुहासिनी सिंह, डॉ० रुचि श्रीवास्तव, श्रीमती प्रियंका सिंह, डॉ०सन्तोष यदुवंशी, डॉ० प्रियंका पांडेय,डॉ कमलेश पांडेय, डॉ दिलीप त्रिपाठी, उपेन्द्र शुक्ला,श्रीमती नेहा श्रीवास्तव ,मोनी पांडेय,श्री दुर्गेश गुप्ता, गिरिजा नंद राव,अरुण मणि त्रिपाठी, सूर्या उपाध्याय,श्री अखिलेश, विजय नाथ, अनुराग शुक्ला श्रीमती पूनम यादव, आदि उपस्थित रहे।