करोड़ो की ठगी करने वाले पांच शातिर जालसाज गिरफ्तार

बाराबंकी। फर्जी कम्पनी बनाकर एलयूसीसी के माध्यम से गरीबों के करोड़ो रुपये की धोखाधड़ी करने वाले पांच शातिर जालसाजों को सर्विलांस और स्वॉट टीम प्रभारियों ने बदोसरांय पुलिस के सहयोग से धर दबोचा। पुलिस ने इनके पास से दो चार पहिया वाहन, 33 पासबुकें और पांच बाण्ड पेपर बरामद किये। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके पांचो शातिर जालसाजों को जेल भेज दिया। पकड़े गये जालसाजों में एक महिला भी शामिल है। जानकारी के अनुसार, बीती 22 नवम्बर को थाना बदोसरांय क्षेत्र के ग्राम बरौलिया निवासिनी किरन वर्मा पुत्र स्व. सालिकराम वर्मा ने कोतवाली बदोसरांय में जा करके यह षिकायत की थी कि मेरे ही गांव के निवासी राम नरेष वर्मा पुत्र स्व. जगदीष प्रसाद एक द् लोनी अर्बन मल्टी स्टेट क्रेडिट एण्ड थिफ्ट नामक फर्जी कम्पनी के एजेण्ट बनकर कूटरचित बाण्ड देकर 1 लाख 25 हजार रुपये छल और धोखाधड़ी करके ले लिए और उसके बाद अपनी कम्पनी कार्यालय में ताला लगाकर भाग गये हैं। उक्त तहरीर पर थाना प्रभारी बदोसरांय ने मुकदमा पंजीकृत करके जांच पड़ताल शुरु कर दी। 28 नवम्बर की सुबह स्वॉट टीम प्रभारी अजय सिंह, सर्विलांस सेल प्रभारी बृजेष कुमार यादव और प्रभारी निरीक्षक बदोसरांय संतोष कुमार ने छापा मारकर कम्पनी के उप हेड कोतवाली फतेहपुर के ग्राम इब्राहिमपुर मजरे साढ़ेमऊ निवासी संजीव कुमार वर्मा पुत्र कमलेष चन्द्र व थाना सफदरगंज के ग्राम भवानीपुरवा मजरे केवलापुर निवासी मैनेजर स्वामी दयाल मिश्रा पुत्र तुलसीराम थाना जैदपुर के ग्राम घिसियावनपुरवा मजरे मुरलीगंज निवासी मैनेजर रामषरण वर्मा पुत्र सुन्दरलाल कोतवाली बदोसरांय के ग्राम बरौलिया निवासी एजेण्ट रामनरेष वर्मा पुत्र जगदीष प्रसाद व थाना जैदपुर के ग्राम अहमदपुर निवासी ब्रांच मैनेजर मनोज कुमार मौर्या पुत्र भीकू मौर्या को धर दबोचा तलाषी के दौरान पुलिस ने इन लोगों के पास से 33 पासबुके, पांच बाण्ड पेपर व दो चार पहिया वाहन बरामद किये। पुलिस लाइन में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी चिंरजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि पकड़े गये सभी आरोपियों द्वारा जनपद बाराबंकी सहित प्रदेष के विभिन्न जनपदों व अन्य प्रदेषों में एक फर्जी एलयूसीसी कम्पनी के नाम से ऑफिस खोलकर कम्पनी का जनपद मुख्य प्रबंधक अपने नीचे डॉउन लाइन एजेण्ट के रुप में जोड़कर उनके माध्यम से जनता के मध्य जाकर विभिन्न स्कीमों के माध्यम से भोले भाले लोगों को रुपया दोगुना लालच देकर फर्जी बाण्ड बनाकर मेच्योरिटी का पैसा देने का वादा कर धोखाधड़ी करते चले आ रहे हैं। एएसपी उत्तरी ने आगे जानकारी दी कि कम्पनी के रजिस्टेषन प्रमाण पत्र में मुख्यालय का पता सालीमार गार्डेन साहिबाबाद गाजियाबाद में जब जांच पड़ताल की गयी तो वहां इस नाम की कोई कम्पनी संचालित नही पायी गयी। यह कम्पनी फर्जी तरीके से बैंकिंग का काम करती है। जिसका पंजीकरण आरबीआई में नही है। उन्होने यह भी बताया कि स्कीम पूरा होने पर जब पीड़ितों ने अपना पैसा वापस मांगना शुरु किया तो पैसा देने के नाम पर यह लोग आनाकानी करते हैं। पकड़े गये आरोपियों द्वारा कूटरचित दस्तावेज बनाकर लगभग 2000 लोगों से पैसा जमाकर धोखाधड़ी की गयी है। उन्होने बताया कि इसके मुख्य आरोपी उत्तम सिंह राजपूत और एवं संजीव कुमार वर्मा हैं। फर्जी कम्पनी के विरुद्ध उत्तराखण्ड मध्य प्रदेष और राजस्थान प्रदेषों में भी कई मुकदमें पंजीकृत हैं। जिनसे जानकारी की जा रही है। एएसपी ने आगे बताया कि चार पीड़ितों द्वारा अभी तक मुकदमे पंजीकृत कराये गये हैं उन्होने यह भी बताया कि कोतवाली नगर के जमुरिया नाला निवासी उत्तम सिंह राजपूत उनकी पत्नी माया सिंह, कोतवाली नगर के मोहल्ला आलापुर निवासी दिनेष कुमार सिंह, थाना सफदरगंज के ग्राम भवानीपुर निवासी अखिलेष मिश्रा व थाना जैदपुर के ग्राम अहमद नगर निवासी संतोष कुमार मिश्रा जो इस धोखाधड़ी के मामले में वांछित है। इन सभी की तलाष में टीमें लगायी गयी हैं। जल्द ही सभी वांछित कानून के षिंकजे में होंगे।