महेंद्र कुमार उपाध्याय अयाेध्या। अयाेध्याधाम स्थित आचार्य पीठ तपस्वी जी की छावनी, रामघाट के जगद्गुरु स्वामी परमहंस आचार्य भारत काे हिंदू राष्ट्र घोषित कराने हेतु आगामी 7 नवंबर से आमरण-अनशन करेंगे। इस संबंध में उन्होंने मंगलवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ काे एक पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि भारत काे जल्द से जल्द हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए। अगर ऐसा नही हाेता है। ताे वह अन्न-जल का परित्याग कर आमरण-अनशन करेंगे। अपने आश्रम पर प्रेसवार्ता के दाैरान जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि भारत काे संवैधानिक रूप से हिंदू राष्ट्र घोषित कराने के लिए वह 7 नवंबर 2023 से आमरण-अनशन करने जा रहे हैं। इसकी पूर्व में कई बार सूचना पत्र के माध्यम से राष्ट्रपति द्राेपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम आलाधिकारियों काे दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि देश में सनातन धर्म काे समाप्त करने की साजिश रची जा रही है। आज बड़े-बड़े संवैधानिक पदों पर बैठे लाेग सनातन धर्म पर कुठाराघात कर रहे हैं। कुछ दिनों से सनातन धर्म पर जिस तरह हमला हाे रहा है। उसका सिर्फ एक ही उपाय है, जिस प्रकार कश्मीर में धारा 370 समाप्त कर दिया गया। ठीक उसी तरह भारत काे भी संवैधानिक रूप हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए। जब भारत हिंदू राष्ट्र घोषित हाेगा। तभी हमारा संविधान, संस्कृति और देश बचेगा। भारत में 80 प्रतिशत लोग सनातन धर्म काे मानने वाले हैं। हिंदू व सनातन धर्म का आस्तित्व हिंदू राष्ट्र से है। इसलिए भारत काे हिंदू राष्ट्र घोषित कराने के लिए मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काे पत्र भेजा है, जिसमें मांग किया है कि 6 नवंबर तक देश काे हिंदू घाेषित किया जाए। नही ताे 7 नवंबर से अन्न-जल का परित्याग कर मैं अपने तपस्वी छावनी आश्रम पर सुबह 4 बजे से आमरण-अनशन करूंगा। हिंदू राष्ट्र के लिए मुझे देश के सभी हिंदूवादी संगठनों का समर्थन मिल रहा है, जिसके समर्थन में 7 नवंबर को भारत के काेने-काेने से लाखाें हिंदू अयोध्या पहुंच रहे हैं। जाे आमरण-अनशन में सम्मिलित होकर हिंदू राष्ट्र के लिए अपना समर्थन देंगे।