अनुराग लक्ष्य, 14 सितंबर
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी,
मुंबई संवाददाता ।
ली जिए साहब मुंबई विगत वर्षों की भांति इस बार भी जुट गई अपने लाल बाग के राजा की सोवागात में। जगह जगह सोवागत द्वार बनने और लगने शुरू हो गए हैं।
जैसा कि आपको पता है कि मुंबई की सरजमीन पर गणेशोत्सव का तेव्हार कितना महत्त्व रखता है। और कितनी श्रद्धा से मनाया जाता है। जगह जगह मूर्तियां बिठाई जा रही हैं, पांडाल सजने शुरू हो गए हैं। मुंबई एक बार फिर गणेशोत्सव की पूजा अर्चना में के साथ जेयोतिर्मय होने वाली है।
इस बारे में एक परतिष्टित नागरिक चंद्र कांत पांडेय से बात चीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह मुंबई वासियों के लिए सबसे बड़ा पर्व है जिसमें खुशी की बात यह है कि इस तेवहार को हमारे हिन्दू मुस्लिम भाई सब मिलकर मनाते हैं। जो पूरे विश्व में एक बहुत ही अच्छा संदेश जाता है।
इस बाबत एडवोकेट सरफराज़ मुस्तफा साहब से यह मैने पूछा की आने वाली 28 तारीख सितंबर को बारह रबीउल अव्वल, मुहम्मद साहब का जन्म दिन भी है, तो ऐसे माहौल में आप क्या सोचते हैं, तो उन्होंने बड़ी बेबाकी का परिचय दिया। बोले यह मुंबई जो है, हमेशा एकता भाईचारगी का संदेश देती आई है, और यही सच है। पूरे देश में कुछ भी लोगों की सोच हो, लेकिन खुदा का शुक्र है जितना यहां लोगों के दिलों में एक दूसरे के लिए पेयार है वोह कहीं नही दिखता। सब अमन और चैन के साथ संपन्न होगा।