भारतवर्ष हमारा है।
प्राणों से भी प्यारा है।
मेरी माटी मेरा देश,
यही राष्ट्र का नारा है।
शस्य श्यामला धरती अपनी,
हीरा मोती है उपजाती।
जन-जन के अंतस में ’’वर्मा’’,
देश प्रेम का भाव जगाती।
अपने हाथों ऋषियों मुनियों ने,
यह धरा संवारा है।
मेरी माटी मेरा देश,
यही राष्ट्र का नारा है।
जिसने आजादी की खातिर,
प्राणों का बलिदान किया।
उन वीरों को नमन करें हम,
जिसने सब कुर्बान किया।
अंधकार छट गया देश का,
अब चहुंदिशि उजियारा है।
मेरी माटी मेरा देश,
यही राष्ट्र का नारा है।
आजादी का पर्व मनाएं,
और तिरंगा ध्वज लहराये।
अपनी कर्मठता से ’’वर्मा’’,
भू पर सुखद सवेरा लाये।
किसी फरिश्ते ने धरती पर,
फिर से स्वर्ग उतारा है।
मेरी माटी मेरा देश,
यही राष्ट्र का नारा है।
*डा. वी. के. वर्मा*
आयुष चिकित्साधिकारी,
जिला चिकित्सालय बस्ती