महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या धाम। दिनांक 01 दिसंबर 2025 (सोमवार)
धर्मनगरी अयोध्या में वैदिक ज्ञान के प्रचार-प्रसार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, महर्षि दयानंद सरस्वती द्वारा वेद भाष्य के साथ रचित ‘ऋग्वेदादिभाष्य भूमिका’ और मंत्रों के भव्य समारोहपूर्वक लोकार्पण की तैयारी पूरी हो चुकी है। यह विशेष कार्यक्रम आज, 01 दिसंबर 2025 (सोमवार) को प्रातः 10:30 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक आयोजित किया जा गया है। आयोजन का केंद्र और स्वरूप यह गरिमामयी कार्यक्रम श्री वेदिकादर्श स्नातकोत्तर संस्कृत महाविद्यालय, सरयू बाग, अयोध्या धाम (उ.प्र.) के तत्वावधान में आयोजित किया गया है। आयोजन स्थल ग्राम उदयनगर, दिगंबरण, नारायणपुर, फैजाबाद (अब अयोध्या) में स्थित है। मुख्य अतिथि और विद्वत् परिषद् इस भव्य समारोह में पूज्य स्वामी ज्ञानंद सरस्वती जी महाराज (पूर्व कार्य. प्रधान – सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा) मुख्य अतिथि के रूप में शोभा बढ़ाएंगे। यह उनकी उपस्थिति वैदिक ज्ञान के प्रति महर्षि दयानंद के योगदान को और भी सम्मान प्रदान करेगी।
लोकार्पण एवं सम्मान समारोह की अध्यक्षता श्री वेदिकादर्श स्नातकोत्तर संस्कृत महाविद्यालय के अध्यक्ष/प्रबंधक, दुर्गेश उपाध्याय करेंगे, जबकि उप-प्रबंधक रमेश उपाध्याय भी उपस्थित रहेंगे।
इसके अतिरिक्त, साहित्य भूषण में पूज्य स्वामी सत्यनंद सरस्वती (पूर्व कार्य. प्रधान – सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा) सम्मिलित हैं। विशेष आमंत्रित विद्वान् और संरक्षक वैदिक और संस्कृत साहित्य के प्रचार-प्रसार से जुड़े कई नामी-गिरामी विद्वान् इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। इनमें आनंद कुमार आर्य (का. अध्यक्ष ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका न्यास, अयोध्या धाम), हिमांशु त्रिपाठी (मंत्री), और पं. दीननाथ शास्त्री (कोषाध्यक्ष) प्रमुख हैं। आयोजन समिति के संरक्षकों में श्री विशुद्धानंद गुरुकुल महाविद्यालय और श्री आर्य समाज हनुमान कुंज नगर के पदाधिकारी भी सम्मिलित हैं। इस अवसर पर महर्षि दयानंद सरस्वती के अतुलनीय योगदान को याद किया जाएगा और उनकी अमर कृति ‘ऋग्वेदादिभाष्य भूमिका’ के माध्यम से वैदिक ज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला जाएगा। यह लोकार्पण समारोह धार्मिक और अकादमिक जगत के लिए एक प्रेरणास्रोत बनेगा।