नवोदय वैश्विक प्रज्ञान साहित्यिक मंच का सातवाँ वार्षिकोत्सव सुंदर काण्ड पाठ के साथ सम्पन्न
नवोदय वैश्विक प्रज्ञान साहित्यिक मंच का सातवां वार्षिकोत्सव 04 नवम्बर 2025 मंगलवार को
बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। 
कार्यक्रम की शुरुआत सबसे पहले डॉ. पूर्णिमा पाण्डेय के द्वारा गणेश वंदना से हुई। तत्पश्चात लवकुश तिवारी ने अपनी सुमधुर कंठो से सरस्वती वंदना, सुर कोकिला स्वर्ण लता सोन के द्वारा गुरु वंदना, शशिकला नायक के द्वारा देवी वंदना, संजीव कुमार भटनगार के द्वारा श्रीराम वंदना, कृष्ण कान्त मिश्र के द्वारा समस्त देव वंदना, और अतिथियों का स्वागत डॉ. जे. एन भारती बैरागी के द्वारा किया गया। उसके बाद मंच पर लगातार फेसबुक लाइव, वीडियो और लिखित माध्यमों से शुभकामनाओं का दौर चलता रहा।
वार्षिकोत्सव की मुख्य विशेषता सायं 5 बजे से रात्रि 8 बजे तक सुंदर काण्ड का हुआ आभासी आयोजन हुआ। जिसमें बारह प्रतिभागियों लवकुश तिवारी, शशिकला नायक, रूपा माला, अमिता, एकता, प्रीती, रंजना बिनानी, सुधीर श्रीवास्तव, प्रतिभा पाण्डेय, पूर्णिमा पाण्डेय, सुनील कुमार ने 5-5 दोहे और स्वर्णलता सोन ने हारमोनियम के साथ 5 दोहों के आरती गायन किया। इन सभी ने अपने मधुर प्रस्तुतियों से सबका मन तो मोहा ही, आयोजन को भक्तिमय भी कर दिया। सुंदर काण्ड की शुरूआत मंत्रोच्चार एवं पूजन के साथ मंच के संस्थापक डॉ. ओउम प्रकाश मिश्र ने किया। दि ग्राम टुडे देहरादून के समूह संपादक शिवेश्वर दत्त पाण्डेय की शुभकामनाएं मंच को प्राप्त हुई। वरिष्ठ साहित्यकार कवि डॉ. राकेश सक्सेना, उन्मुक्त उड़ान मंच की अध्यक्षा डॉ. दवीना अमर ठकराल और उपवन के अध्यक्ष रोहित कुमार रोज ने मंच को अपनी शुभकामनाओं के साथ आशीर्वचन प्रदान किया। 
कार्यक्रम में मंच की उपाध्यक्षा डॉ. पूर्णिमा पाण्डेय ने आभासी माध्यम से वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस मंच द्वारा अब तक कुल 106 पत्रिकाएं प्रकाशित हो चुकी है। उसके बाद मंच के संस्थापक डॉ. ओउम प्रकाश मिश्र ने अध्यक्षीय उद्बोधन में सबका आभार ज्ञापन किया और अब से मंच के नए अध्यक्ष के रूप में कृष्ण कान्त मिश्र के अध्यक्ष पद पर मनोनीत किए जाने की घोषणा करते हुए कहा कि मेरी भूमिका अब संस्थापक अध्यक्ष के रूप में रहेगी। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. यज्ञनाथ मिश्र ने अपनी शुभकामनाएं दी। प्रो. शरद नारायण खरे ने अपनी शुभकामना व मधुर प्रस्तुतियों से सबका मन मोह लिया। छगन लाल गर्ग, कुसुम लता, वीना टण्डन, कुलदीप सिंह रुहेला, गौतम सिंह अनजान, सुरेशचंद्र जोशी, रजनी हरीश, नवल किशोर सिंह, अशोक दोशी सहित तमाम कवि कवयित्री मंच पर उपस्थित होकर अपनी शुभकामनाएं बधाइयां दी।
अंत में डा. राजीव रंजन मिश्र ने अपनी शुभकामनाओ के साथ एक शानदार गज़ल पढ़ी। यह कार्यक्रम और खास तब हो गया जब 7 साल की बच्ची अन्वेषा पाण्डेय ने अपने बधाई संदेश का वीडियो प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन मंच के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. कृष्ण कान्त मिश्र ने किया। और कहा मंच का सातवां वार्षिकोत्सव वास्तव में एक उत्सव जैसा था। अंत में सभी प्रतिभागी साहित्यकारों को विभिन्न सम्मान से सम्मानित किया गया।