प्राचीन शिव हनुमान मंदिर में नित्य दर्शन-पूजन का विशेष महत्व, दूधनाथ दास फलाहारी बाबा की परंपरा को बढ़ा रहे उत्तराधिकारी)
महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या धाम। सरयू नदी के तट पर स्थित अयोध्या धाम में रामभक्त हनुमानजी की आराधना का विशेष स्थान है। इसी कड़ी में, संत तुलसी घाट के निकट स्थित ‘प्राचीन शिव हनुमान मंदिर’ आस्था का एक प्रमुख केंद्र है, जहाँ भक्तों की अपार भीड़ उमड़ती है। इस मंदिर की महत्ता यहाँ के नित्य हनुमान दर्शन, पूजा और आरती से जुड़ी हुई है। मंदिर के वर्तमान महंत और दूध नाथ दास फलाहारी बाबा के उत्तराधिकारी महंत मृत्युंजय दास जी महाराज यहाँ की धार्मिक परंपराओं का कुशलतापूर्वक निर्वहन कर रहे हैं। महंत मृत्युंजय दास नित्य ही हनुमानजी की विशेष पूजा-अर्चना और आरती करते हैं, जिससे यहाँ का वातावरण सदैव भक्तिमय बना रहता है। मंदिर से जुड़े भक्तों का दृढ़ विश्वास है कि इस प्राचीन स्थल पर सच्चे मन से की गई पूजा-अर्चना से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि कच्चा घाट क्षेत्र में स्थित यह मंदिर न केवल धार्मिक ऊर्जा का केंद्र है, बल्कि यहाँ आने वाले हर श्रद्धालु को बल, बुद्धि और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। महंत मृत्युंजय दास के सान्निध्य में यह मंदिर दूधनाथ दास फलाहारी बाबा की आध्यात्मिक विरासत को आगे बढ़ा रहा है, जिससे इसकी ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई है। भक्तों का कहना है कि मंदिर में आकर उन्हें अलौकिक शांति का अनुभव होता है और जीवन की कठिनाइयों से लड़ने की शक्ति मिलती है।