बस्ती 4 अगस्त। पतंजलि योग समिति एवं भारत स्वाभिमान बस्ती के नेतृत्व में आर्य समाज गाॅधी नगर बस्ती में वर्तमान के धनवन्तरि एवं वनौषधि पण्डित आचार्य बालकृष्ण का जन्म दिवस *जड़ी बूटी दिवस* के रूप में बहुत उत्साहपूर्वक मनाया गया जिसमें आर्य समाज, महिला पतंजलि योग समिति, किसान सेवा समिति, युवा भारत के लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। मुख्य योग प्रशिक्षक सुभाष चन्द्र आर्य के सानिध्य में प्रातः सामूहिक योग कक्षा द्वारा कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ तत्पश्चात योगशिक्षक गरुण ध्वज पाण्डेय ने आचार्य बालकृष्ण की दीर्घायु के लिए वैदिक यज्ञ कराते हुए पर्यावरण शोधन में यज्ञ की भूमिका बताई। इसी कड़ी में सुभाष चन्द्र आर्य जिला प्रभारी पतंजलि योग समिति ने कहा कि आचार्य जी ने आयुर्वेद की बुझती ज्योति को पुनः तेज किया और पूरे संसार में पतंजलि चिकित्सालय एवं आरोग्य केन्द्रों के माध्यम से फैलाया जिससे जनता को अंग्रेजी दवाओं का एक मजबूत विकल्प प्राप्त हुआ है। साथ ही अन्य स्वदेशी उत्पादों को बाजार में लाकर विदेशी का बहिष्कार करने का अस्त्र भी लोगों को प्रदान किया है। इसके पश्चात राजकीय कन्या इण्टर कालेज बस्ती में औषधीय पौधों का वितरण व रोपड़ और बच्चों को इसके लाभ बताए गए। इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन करते हुए डा0 वीरेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि योग और आयुर्वेद आरोग्यता का मूल है आज जो लोग अंग्रेजी दवाओं से थक गये हैं या गरीबी के कारण दवाइयों का खर्च उठाने में अक्षम हैं वे योग करके एवं अपने पास पायी जाने वाली औषधियों से सहज में ही ठीक हो सकते हैं। अवधेश पाण्डेय जिला प्रभारी किसान सेवा समिति ने कालमेघ, नीम, तुलसी, गिलोय, देशी गेंदा, नीला धतूरा, करी पत्ता, गुलदाऊदी, लक्ष्मण बूटी, जामुन, पत्थरचट्टा, सदाबहार, आर्टीमीशिया, घृतकुमारी आदि के लाभ और प्रयोग के तरीके बताए।
इस अवसर पर कामना पाण्डेय जिला प्रभारी महिला पतंजलि योग समिति ने महिलाओं और बालिकाओं के लिए आयुर्वेदिक उपचार बताते हुए नियमित योगाभ्यास पर बल दिया। श्रीमती नीलम सिंह प्रधानाचार्या राजकीय कन्या इण्टर कालेज ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए आयुर्वेद से प्राप्त अपने अनुभव को बताते हुए आचार्य बालकृष्ण के दीर्घायु की कामना की।
इस अवसर पर कोषाध्यक्ष नवल किशोर चौधरी ने औषधीय पौधों की खेती से होने वाले लाभ के बारे में बताया तथा गाय को बचाने एवं बढ़ाने पर जोर दिया। इस अवसर पर राम मोहन पाल , सुरेन्द्र शर्मा, किरन जायसवाल, रश्मि गुप्ता संजय कसौधान बबली शर्मा आरसी मिश्रा विद्या, मिश्रा, संजू कसौधन सौरभ तुलस्यान दीनानाथ शुक्ला, जवाहर यादव, सत्या पाण्डेय, राम अक्षयवर पाण्डेय, मुरलीधर आर्य, के साथ विद्यालय की शिक्षिकाएं व बालिकाएं उपस्थित रही।
गरुण ध्वज पाण्डेय