ओकार चतुर्वेदी रिपोर्टर
रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर बढ़-चढ़कर समाज के लोगों ने लिया हिस्सा। भाई बहन के आपसी प्रेम को परिपूर्ण करता है रक्षाबंधन यह बातें इतिहास से ही वर्णित है की रक्षाबंधन जैसे पवित्र धागों में भाई-बहन के रिश्ते को प्रागंणता मिलती है भाई बहन के पवित्र रिश्ते को रक्षाबंधन बड़ी ही मजबूती प्रदान करता है इस अवसर पर समाज के तमाम लोगों ने रक्षाबंधन का पर्व हर्षो- उल्लास के साथ मनाया। समाजसेवी बरकत अली ने कहा कि इतिहास गवाह है रक्षाबंधन का त्यौहार अतीत से चला आ रहा एक महापर्व है जो बड़ा ही पवित्र वह अटूट रिश्ता माना जाता है समाज सेवी राम प्रताप उर्फ मुखिया ने कहा कि वह बाल्यावस्था से ही रक्षाबंधन जैसे त्योहारों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं उन्होंने बताया कि हमारी बहने वृद्धि होने के बाद भी रक्षाबंधन जैसे पवित्र त्योहार को निभाने के लिए आज भी अपनी जन्म भूमि पर आती है पत्रकार ओंकार चतुर्वेदी ने कहा कि वेदों पुराणों से ही वर्णित कथा के अनुसार भगवान विष्णु को माता पार्वती ने रक्षा सूत्र में बंधा था इस समय से ही रक्षाबंधन का त्यौहार मानव जीवन में प्रचलित हो गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह एक अटूट रिश्ते का प्रतीक है जो भाई-बहन के आपसी प्रेम को दर्शाता है इतिहास में भी रानी दुर्गावती ने संकट के समय हुमाऊं को रक्षा सूत्र भेज कर मदद की गुहार लगाई थी उन्होंने कहा कि यह पर्व ही नहीं अपितु एक महापर्व है जो सबसे शांतिप्रिय और सौहार्दपूर्वक मनाया जाता है ।