कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 8 अगस्त : मोहड़ी स्थित आदेश मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में हृदय रोग के उपचार में एक नयी ऐतिहासिक सफलता हासिल की गई है। हृदय रोगी का सफल आप्रेशन अत्याधुनिक तकनीक आई.वी.एल. से किया गया है और आस-पास के क्षेत्र में पहली बार आदेश में यह तकनीक अपनाई गयी है। इससे पहले इस तकनीक से हृदय रोगी को उपचार के लिए चंडीगढ़ पी.जी.आई. या दिल्ली की ओर रूख करना पड़ता था लेकिन अब आदेश में इस तकनीक से हृदय रोगियों को उपचार मिलेगा। डा. मनिंद्र हरिया के नेतृत्व में यह ऑपरेशन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। यह तकनीक पहली बार इस क्षेत्र में किसी अस्पताल में प्रयोग की गई है और आदेश अस्पताल इस तकनीक को अपनाने वाला आस-पास के क्षेत्र का पहला संस्थान बन गया है। डा. मनिंद्र हरिया ने बताया कि सीने में तेज दर्द की शिकायत के साथ पहुंचे एक मरीज को तीव्र हृदयाघात का निदान किया गया। जांच में पाया गया कि उसकी कोरोनरी धमनी में 90 प्रतिशत स्टेनोसिस था जो एक कठोर और कैल्सिफाइड प्लाक के कारण था। डा. मनिन्द्र हरिया ने बताया कि इस जटिल स्थिति के लिए चिकित्सकों ने अत्याधुनिक इंट्रावैस्कुलर लिथोट्रिप्सी तकनीक का उपयोग किया और रोगी की जान बचाई। उन्होंने बताया कि यह तकनीक धमनियों में जमा कैल्शियम को ध्वनि दबाव तरंगों के माध्यम से तोड़ती है, जिससे रक्त प्रवाह की बहाली हेतु स्टेंट को प्रभावी रूप से स्थापित किया जा सकता है। इस सफलता पर आदेश ग्रुप के चेयरमेन डा. एच. एस. गिल, आदेश ग्रुप के निदेशक गुरफतेह सिंह गिल, आदेश मेडिकल कालेज व अस्पताल मोहड़ी के प्रबंध निदेशक गुणतास सिंह गिल ने डा. मनिन्द्र हरिया और उनकी टीम की प्रशंसा की है।
आई.वी.एल. तकनीक की जानकारी देते चिकित्सक।