अंबेडकरनगर। जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (RGSA) के अंतर्गत “पंचायत एडवॉसमेन्ट इंडेक्स (PAI) संस्करण 1.0 के प्रसार एवं संस्करण 2.0 के क्रियान्वयन” पर जिला स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (RGSA) के अंतर्गत पंचायत एडवॉसमेन्ट इंडेक्स (Panchayat Advancement Index – PAI) की धारणा को पंचायत प्रणाली में प्रभावी रूप से एकीकृत करने हेतु आज कलेक्ट्रेट सभागार में एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य PAI संस्करण 1.0 के व्यापक प्रसार एवं PAI संस्करण 2.0 के क्रियान्वयन की रणनीतियों पर चर्चा एवं प्रशिक्षण प्रदान करना रहा। कार्यशाला में जिला स्तरीय पंचायत डेवलपमेंट इंडेक्स समिति के सदस्यों सहित विभिन्न संबंधित विभागों के अधिकारी, तकनीकी सलाहकार एवं विकास से जुड़े अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि PAI के माध्यम से पंचायतों के कार्यों का मापन, विश्लेषण एवं निगरानी एक मानकीकृत एवं पारदर्शी पद्धति से संभव होगा, जिससे योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और ग्रामीण विकास में गुणवत्ता लाई जा सकेगी। उन्होंने कहा कि इससे ग्राम पंचायत में कंपटीशन की भावना से तीव्र गति से कार्य होगा। उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले ग्राम प्रधानों एवं वार्ड के सदस्यों को सम्मानित भी किया जाए। साथ ही साथ अच्छा कार्य करने वाले ग्राम पंचायत सचिवों को भी सम्मानित किया जाए। उन्होंने कहा कि देश में जिन्बग्राम पंचायतों द्वारा बहुत ही उत्कृष्ट कार्य किया गया है उन ग्राम पंचायत का स्टडी करके उनके द्वारा कहिए गए कार्यों से सीख लेकर जनपद में भी योजनाबद्ध तरीके से ग्राम पंचायत में बेहतर कर किया जाए।
कार्यशाला में प्रतिभागियों को PAI 1.0 के अंतर्गत अब तक की प्रगति की समीक्षा के साथ-साथ PAI 2.0 के नए संकेतक, मूल्यांकन प्रक्रिया, तकनीकी प्लेटफ़ॉर्म, डेटा संग्रह प्रणाली और रैंकिंग तंत्र के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई।
तकनीकी सत्रों में सहभागी अधिकारियों ने सक्रिय रूप से प्रश्न पूछे और अनुभव साझा किए। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को PAI पोर्टल पर कार्य करना भी सिखाया गया, जिससे आगामी मूल्यांकन में गुणवत्ता और सटीकता सुनिश्चित की जा सके।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने सभी विभागों से आपसी समन्वय और समर्पित प्रयासों के माध्यम से पंचायतों की क्षमता वृद्धि के लिए निरंतर सहयोग की अपेक्षा जताई। उन्होंने प्रधानमंत्री के विजन 2047 तक भारत को विकसित देश बनाए जाने के दृष्टि के समस्त क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर जोर दिया उन्होंने वीमेन डेवलपमेंट इंडेक्स, अर्थव्यवस्था पर सुधार पर विशेष जोर देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ”बिना विकसित गांव के विकसित जिला एवं विकसित देश की कल्पना नहीं की जा सकती है।”
कार्यशाला में परियोजना निदेशक डीआरडीए/जिला पंचायत राज अधिकारी अनिल कुमार सिंह, अग्रणी जिला प्रबंधक, डीसी मनरेगा, डीसी एनआरएलएम,जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला क्रीडा अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, जिला परियोजना प्रबन्धक(पंचायतीराज), जिला समन्यवक (स्व0भा0मि0ग्रामीण),मास्टर ट्रेनर श्री अनिल कुमार सिंह एवं अजय क्रान्तिकारी आदि सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।