श्री गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सरस्वती विद्या मंदिर रामबाग में शिशु शिक्षा समिति, गोरक्ष प्रांत के मंत्री एवं प्रदेश निरीक्षक को सम्मानित किया गया

बस्ती ( दैनिक अनुराग लक्ष्य ) श्री गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रामबाग बस्ती में आज एक महत्वपूर्ण परिचयात्मक बैठक संपन्न हुई, जिसमें शिशु शिक्षा समिति, गोरक्ष प्रांत के नव निर्वाचित मंत्री डॉ. शैलेश कुमार सिंह (असिस्टेंट प्रोफेसर, गोरखपुर विश्वविद्यालय) को सम्मानित किया गया। वे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। साथ ही शिशु शिक्षा समिति, गोरक्ष प्रांत के प्रदेश निरीक्षक मा. राम सिंह जी को भी सम्मानित किया गया।

मंच पर सरस्वती शिशु मंदिर – रामबाग के प्रधानाचार्य श्री भानु प्रताप त्रिपाठी, सरस्वती बालिका विद्या मंदिर – रामबाग की प्रधानाचार्या श्रीमती प्रियंका सिंह और सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय – रामबाग के प्रधानाचार्य श्री गोविन्द सिंह जी की भी उपस्थिति रही।

बैठक का शुभारंभ अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन और पुष्पार्चन के साथ हुआ। मंचासीन अतिथियों का परिचय विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री गोविन्द सिंह द्वारा कराया गया।

मा. मन्त्री जी ने तीनों विद्यालयों के सभी आचार्य व आचार्या बन्धु / भगिनियों से व्यक्तिगत परिचय प्राप्त किया और वर्तमान शैक्षिक सत्र के बारे में चर्चा की। नवीन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप विद्या भारती के विद्यालयों में प्रारम्भ किए गए शिक्षण कार्यों की सराहना की और नवाचार के माध्यम से शिक्षण करने पर जोर दिया।

मा. प्रदेश निरीक्षक जी ने सबसे पहले सभी को श्री गुरु पूर्णिमा की बधाई दी। उन्होंने आचार्यों को निरन्तर अपडेट रहने की सलाह दी और नवाचार के माध्यम से शिक्षण करने को कहा। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष विद्या भारती के सभी विद्यालयों में शारीरिक प्रदर्शन का कार्यक्रम किया जाएगा। उन्होंने आचार्यों को हमेशा सकारात्मक रहने का सन्देश दिया।

इससे पूर्व गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विद्यालय के आचार्य श्री सुधांशु सिंह ने आरुणि, एकलव्य, वीर शिवाजी, स्वामी विवेकानन्द आदि की कथाओं के माध्यम से गुरु शिष्य परंपरा का उल्लेख किया और गुरु के महत्व को प्रतिपादित किया। उन्होंने छात्रों को श्री हनुमान जी महाराज को गुरु मानने की सलाह दी।

विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री गोविंद सिंह ने भी व्यक्ति के जीवन में गुरु के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने श्री रामचरित मानस की चौपाई ‘प्रात काल उठिकै रघुनाथा, मात पिता गुरु नावहिं माथा’ और ‘गुरु गृह गए पढ़न रघुराई, अल्पकाल विद्या सब पाई’ आदि के माध्यम से गुरु के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि एक अच्छा गुरु न केवल पढ़ाता है, बल्कि हमें सोचने, समझने और निर्णय लेने की क्षमता भी देता है। उन्होंने माता-पिता और गुरुओं का सम्मान करने की छात्रों को प्रेरणा दी।

कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य गोविंद सिंह जी ने सभी उपस्थित गणमान्य अतिथियों और विद्यालय परिवार के सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन शांति मंत्र के साथ हुआ।