बस्ती 30जुलाई
खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से शरीर में यूरिक एसिड की समस्या उतपन्न होती है। यह आज के लोगों में एक गंभीर समस्या बन गई है। कई रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि शरीर में प्यूरिन के टूटने से यूरिक एसिड बनता है। प्यूरिन आपके शरीर में नहीं बल्कि खाने वाले चीजों में पाया जाता है। खाने वाले चीजों में मुख्यतः स्वीट्स, डेरी प्रोडक्ट, ज्यादातर दूध वाले आईटम में पाए जाते हैं। इसके जोड़ों में दर्द और शरीर में जकड़न महसूस होना है। हमने बस्ती जिला अस्पताल के आयुष चिकित्साधिकारी डात्र वी.के. वर्मा से इस बारे में विस्तार से बातचीत किया। उन्होने कहा अगर यूरिक एसिड का इलाज सही समय पर न किया तो यह आगे चलकर गठिया, किडनी स्टोन, डायबिटीज और रक्त विकार जैसी कई परेशानिया बढ़ने लगती हैं। इसे कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी है।
क्यों बढ़ता है शरीर में यूरिक एसिड
शरीर में प्यूरिन के टूटने से यूरिक एसिड बनने लगता है। प्यूरिन खाने की चीजों में पाया जाता है। खाने के जरिए यह शरीर में पहुंचता है और फिर खून के जरिए किडनी तक। आम तौर पर यह मूत्र के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है, लेकिन कई बार ऐसा नहीं हो पाता, जिससे शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है। यह आपको ताउम्र परेशान कर सकता है और गठिया जैसे रोग पैदा कर सकता है।
यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण
पैरों में दर्द, जोड़ों में दर्द, एड़ियों में दर्द महसूस होने के अलावा इसमें गांठों में सूजन भी हो सकती है. इसके अलावा ज्यादा देर तक बैठने या उठने पर एड़ियों में दर्द होता है। यह दर्द कई बार बहुत ज्यादा और असहनीय हो सकता है। यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षणों में शुगर लेवल का बढ़ना भी एक जक्षण है।
नेचुरली कम करेंगी यूरिक एसिड
भरपूर पानी
अगर आप यूरिक एसिड से परेशान हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि आप दिन में भरपूर मात्रा में पानी पीएं। असल में पानी यूरिक एसिड को पतला करने में मदद करता है और किडनी को एक्टिव करता है। इस प्रक्रिया से यूरिक एसिड यूरिन से बाहर हो जाता है।
सेब का सिरका
सेब का सिरका शरीर से यूरिक एसिड को कम करने में मददगार है. सेब के सिरके में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेंटरी गुण होते हैं। यह शरीर में यूरिक एसिड को नियंत्रित रखने का काम करते हैं। सेब का सिरका खून में पीएच स्तर को बढ़ा देता है, जो यूरिक एसिड को कम करने में मददगार है।
आहार में शामिल करें जैतून के तेल
जैतून यानी ऑलिव ऑयल बेहद काम की चीज है। अपने खाने में जैतून का तेल इस्तेमाल कर आप यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं। जैतूल के तेल में विटमिन ई काफी मात्रा में पाया जाता है, जो यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मददगार साबित होता है।
बेकिंग सोडा करेगा यूरिक एसिड के लेवल को कम
बेकिंग सोडा यूरिक एसिड के लेवल को कम करने में मदद कर सकता है। बेकिंग सोडा शरीर में प्राकृतिक अल्कलाइन स्तर को सामान्य रखने में मदद करता है। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि सोडा यूरिक एसिड को और अधिक घुलनशील बना देता है। ऐसा होने पर यूरिक एसिड किडनी के जरिए बाहर आ जाता है। लेकिन ध्यान रखें इस नुस्खे को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाज जरूर लें। हाई ब्लड प्रशर से पीड़ित लोगों को इस नुस्खे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
अदरक, नीबू
यह बताया जा चुका है कि विटामिन सी यूरिक एसिड कम करने में बेहद कारगर होता है। इसमें एक चम्मच अदरक का रस और एक चम्मच नीबू का मिला लेते हैं। सुबह खाली पेट 15 दिनों तक लेने से सामान्य रूप से बढ़ा हुआ यूरिक एसिड कण्ट्रोल हो जाता है। यूरिक एसिड ज्यादा बढ़ा है तो इसे एक महीने तक लिया जा सकता है।
ध्यान रहे विटामिन सी से भरपूर फलों का सेवन यूरिक एसिड कम करने में बेहद मददगार साबित होगा। हाई फाइबर फूड का सेवन भी बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करने में सहायक है। हरा धनिया एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। यह एक तरह से डाइयूरेटिक की तरह काम करता है। इसका व इसके जूस का भरपूर सेवन करना गठिया और अन्य तकलीफों से निजात दिलाएगा। नुस्खों को अपनाने से पहले एक बार चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
होम्योपैथी में कारगर औषधि
डा. वी.के. वर्मा ने कहा होम्योपैथी में यूरिक एसिड का कारगर इलाज है। अर्टिका यूरेन्स, ब्रायोनिया अल्वा, लीडमपाल, रसटाक्स, कोल्चिकम, मैगफास, लाइकोपोडियम, बरबेरिस बल्गेरिस औषधियों को लक्षणानुसार उचित मात्रा में चिकित्सक की देखरेख में लेने पर यूरिक एसिड का लेवल नार्मल हो जाता है।
क्या न खायें
फैटी चीजें और अधिक मीठा, दूध वाले आईटम. खान-पान एवं पेय पदार्थों का सेवन यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में बाधा पैदा कर सकता है। मूंगफली, काजू, बादाम, ज्यादा नमक, मूंग, गोभी, मशरूम, पालक, मछली, चाय या कॉफी, वनस्पति घी से तैयार खाद्य पदार्थ (ट्रांस फैट), स्वीट ड्रिंक आपका यूरिक एसिड लेवल काफी बढ़ा देगा। यूरिक एसिड बढ़ने पर शराब और इन चीजों का सेवन न करें।
इक्सपर्ट परिचय
डा. वी.के. वर्मा, जिला अस्पताल बस्ती में तैनात आयुष विभाग के नोडल अधिकारी हैं। आपने करीब 35 साल के चिकित्सा अनुभवों के आधार पर लाखों रोगियों का सफल इलाज किया है। इन्होने बस्ती से फैजाबाद मार्ग पर पटेल एस.एम.एच. हॉस्पिटल एवं पैरामेडिकल कालेज, बसुआपार में डा. वी.के. वर्मा इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस सहित कई विद्यालयों की स्थापना की है। खास बात ये है कि इनके अस्पताल में दवाओं के अतिरिक्त रोगियों से कोई चार्ज नही लिया जाता। दवाओं के भुगतान में भी डा. वर्मा गरीबों, पत्रकारों, साहित्यकारों की मदद किया करते हैं। इनकी सेवाओं या परामर्श के लिये इस नम्बर पर संपर्क किया जा सकता है। मो.न. 9415163328