अनुराग लक्ष्य, 27 मई
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी
मुम्बई संवाददाता ।
कुदरत भी क्या चीज़ है, अपने अनमोल खज़ानों को जब लुटाती है तो दिल खोलकर लुटाती है। अप्रैल माह की तपिश और मई के प्रथम सप्ताह की झुलसा देने वाली गर्मी से लोग जिस तरह परेशान थे। उन परेशान दिलों पर आज घनघोर बारिश हुई है। मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने बताया कि मई के महीने में हुई यह बारिश पिछले 60 वर्षों का रिकार्ड टूटा है।
लेकिन समस्या वही की वहीं है। जहां पिछले साल थी।
आज की बारिश ने ही सड़कों को फिर जलमग्न कर दिया। रेलवे ट्रैक पर ट्रेनें चल नहीं रही हैं, बल्कि रेंग रही हैं। सवाल यह उठता है कि जब प्रशाशन को यह मालूम है कि बारिश का सामना करना ही पड़ेगा तो इसके पहले ही कोई उपाय क्यों नहीं किया जाता कि जनता को सड़कों पर घुटनों तक पानी में डूबकर अपने गंतव्य तक न पहुंचना पड़े।
सबसे बड़ी समस्या मेट्रो का काम जो बहुत तेज़ी से चल रहा था, पूरी तरह प्रभावित हुआ। काम रोक दिया गया है।
दादर, माटुंगा और कुर्ला इससे पूरी तरह प्रभावित दिखे। पूरी मुंबई सहित मुंबई के बाहर भी मानसून कल रात से पूरी तरह सक्रिय हो गया है। जिससे मुंबई वासियों को थोड़ी राहत तो मिली है लेकिन वहीं दुश्वारियों का भी सामना करना पड़ रहा है, जैसे गुज़रे हुए सालों में करना पड़ा था। समाचार लिखे जाने तक बारिश अपने रँग ओ रंगत में दिखाई दे रही है।
सबसे ख़राब स्थिति दादर, अंधेरी, माटुंगा और सायन की देखने को मिली। अंधेरी का सब वे जहां पूरी तरह लबालब हो गया, रास्ते बंद हो गए वहीं सायन स्टेशन पूरी तरह प्रभावित हुआ, पानी रेलवे ट्रैक पर कोहराम मचाते हुए देखा गया, जहां ट्रेनें रेंगते हुए नजर आईं।