. राज नेहरू को मिला विशिष्ट सम्मान।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।

डीएवी कॉलेज प्रबंधन समिति एवं आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा द्वारा दिया गया सम्मान।
कौशल शिक्षा का उद्योग एकीकृत मॉडल स्थापित कर उत्कृष्ट योगदान के लिए विशिष्ट सम्मान से नवाजे गए डीएवी के पूर्व छात्र डॉ. राज नेहरू।

पलवल : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के विशेष कर्तव्य अधिकारी एवं श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति डॉ. राज नेहरू को विशिष्ट सम्मान से नवाजा गया है। पालमपुर में आयोजित एक समारोह में डीएवी कॉलेज प्रबंधन समिति और आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा द्वारा उन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया। नेशनल डीएवी बोर्ड एवं आर्य प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष पूनम सूरी ने अपने हाथों से डॉ. राज नेहरू को यह सम्मान दिया। उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान के लिए यह विशिष्ट सम्मान दिया गया है। डॉ. राज नेहरू देश के पहले राजकीय कौशल विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति रहे हैं और उन्हें देश में उद्योग एकीकृत दोहरी शिक्षा प्रणाली का मॉडल विकसित करने का श्रेय जाता है। उन्होंने अर्न व्हाइल लर्न आधारित कौशल शिक्षा का आदर्श मॉडल देश को दिया है। आज देश भर के कई राज्य इसी मॉडल पर अपने कौशल शिक्षा संस्थानों को चला रहे हैं। उन्होंने कौशल शिक्षा को नए आयाम दिए हैं और इसके माध्यम से रोजगार सृजन तथा उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में उत्कृष्ट कार्य किया है। वह डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल जवाहर नगर, श्रीनगर के पूर्व छात्र रहे हैं। डॉ. राज नेहरू ने कहा कि उन्हें डीएवी का छात्र होने पर गर्व है। यह सम्मान प्रदान करने के लिए उन्होंने डीएवी कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी और आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा के प्रति आभार ज्ञापित किया। साथ ही संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम सूरी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। उन्होंने कहा कि देश में कौशल शिक्षा के मॉडल को प्रभावी तरीके से लागू करना उनका सर्वोच्च उद्देश्य है। इस दिशा में अनवरत प्रयास हमेशा जारी रहेंगे।
डीएवी बोर्ड के अध्यक्ष पूनम सूरी से सम्मान प्राप्त करते डॉ. राज नेहरू।