लखनऊ। प्रो. राज कुमार मित्तल ने मंगलवार को बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के छठवें कुलपति के रूप में पदभार ग्रहण किया। प्रो. मित्तल एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद् और प्रबंधन शिक्षा विशेषज्ञ हैं, जिनकी विशेषज्ञता वित्तीय प्रबंधन और कृषि व्यवसाय प्रबंधन में है। उन्होंने अपने करियर में कई शैक्षणिक और प्रशासनिक पदों पर कार्य किया है। इससे पहले वे तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय, मुरादाबाद के संस्थापक कुलपति रहे, वहीं 2018 से 2024 तक चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय, भिवानी के कुलपति के रूप में कार्य किया। वर्तमान में वे गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली में प्रबंधन विभाग में प्रोफेसर एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के सदस्य हैं।पदभार ग्रहण करने के बाद प्रो. मित्तल ने विश्वविद्यालय परिसर में बाबासाहेब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। उन्होंने इस अवसर पर विश्वविद्यालय की विजिटर, राष्ट्रपति नव्व द्रौपदी मुर्मू और शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार को इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और शोध कार्यों को और अधिक ऊँचाइयों तक पहुँचाने के लिए पूर्ण प्रयास किए जाएंगे।प्रो. मित्तल ने कहा कि बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय की स्थापना समरसता, समानता और शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाने के उद्देश्य से की गई थी, और विश्वविद्यालय इन्हीं मूल्यों को प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़ेगा। उन्होंने पूर्व कुलपतियों द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के हित को केंद्र में रखकर कार्य करेगा और बाबासाहेब के सपनों को साकार करने के लिए निरंतर प्रयास करेगा।उन्होंने विश्वविद्यालय के विकास के लिए स्पीड, स्केल और स्कोप को अपनी कार्ययोजना के तीन महत्वपूर्ण स्तंभ बताया। उन्होंने कहा कि स्पीड के माध्यम से प्रशासन, विभागीय गतिविधियों, शोध और नवाचार में तेजी लाई जाएगी। स्केल के तहत शिक्षा के हर पहलू का विस्तार कर विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान की जाएगी। वहीं, स्कोप के अंतर्गत मूल्य-आधारित शिक्षा, नए पाठ्यक्रमों की शुरुआत, तकनीकी नवाचार, उद्यमिता और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके अलावा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप विश्वविद्यालय की शिक्षा प्रणाली को और बेहतर बनाना, नैक (NAAC) और अन्य राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में सुधार करना तथा सतत विकास लक्ष्यों के अनुसार विद्यार्थियों का समग्र विकास करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल रहेगा।प्रो. मित्तल ने विश्वविद्यालय परिसर का दौरा कर विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्षों और अन्य विभागीय प्रभारियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने नैक, एनआईआरएफ, क्यूएस रैंकिंग में सुधार, सूचना प्रौद्योगिकी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से शिक्षा को प्रभावी बनाने, कौशल विकास को बढ़ावा देने, अन्य संस्थानों के साथ शैक्षणिक साझेदारी और समाज में शिक्षा के माध्यम से योगदान देने जैसे विषयों पर चर्चा की।इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. यूवी किरण, विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण, गैर-शिक्षण अधिकारी, कर्मचारी एवं विद्यार्थियों ने प्रो. मित्तल को शुभकामनाएँ दीं और उनके नेतृत्व में विश्वविद्यालय के समग्र विकास की उम्मीद जताई।