अनुराग लक्ष्य, 24 फरवरी
मुम्बई संवाददाता।
साहित्यिक संस्था ,, प्रेमांजलि ,, के तत्वाधान में एक अदबी नशिस्त का आयोजन सुरेश पटनायक, द्वारका, पुष्पधन हौसिंग सोसायटी, मलाविका रोड, मेहुल सिनेमा के सामने, मुलुंड (प.) में आयोजित किया गया , बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे मशहूर ओ मारूफ शायर अनवर बिजनौरी साहब, जबकि नशिस्त का सफल संचालन करते हुए पूर्वांचल के कोहनूर शायर सलीम बस्तवी अज़ीज़ी सबके दिलों में उतर गए। अध्यक्षता शायर ताज मुहम्मद साहब ने की।
,, जो मज़ा है इश्क़ उल्फ़त और मुहब्बत प्यार में,
वोह मज़ा बोलो कहाँ नफ़रत की है तलवार में ।
क्या खता की सच को मैंने सच कहा गर दोस्तों उसने मुझको ज़हर देकर चुन दिया दीवार में।।,,,
उपरोक्त पंक्तियों के साथ संचालक सलीम बस्तवी अज़ीज़ी ने उक्त काव्यगोष्ठी नशिस्त का शुभारंभ किया जिसे उपस्थित श्रोताओं ने बेहद सराहा, तदोपरांत इस अवसर पर अदबी नशिस्त में कई नामचीन हस्तियों शायरों को ने अपने मेयारी ग़ज़लों और गीतों से महफिल को खुशनुमा बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसमें प्रमुख रूप से मुख्य अतिथि अनवर बिजनौरी, एन. बी. सिंह “नादान” , हीरालाल यादव , सलीम बस्तवी “अजीजी”, अनीस कुरैशी, शायर ताज मोहम्मद , ज़ाकिर हुसैन रहबर, शिल्पा सोनटक्के , प्रभा शर्मा सहित संदीप कुमार यादव और काव्यांजलि के आयोजक रवि केडिया ने अपनी अपनी मेयारी ग़ज़लों और गीतों से खूब समा बांधा।
अंत में प्रेमांजलि संस्था के संस्थापक श्री राम शर्मा ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अपने संबोधन में कहा कि आज की यह नशिस्त और कायंजलि बहुत ही कामयाब रही, सभी रचनाकारों के साथ विशेष तौर मैं ख्यातिलब्ध शायर मेरे अज़ीज़ दोस्त जनाब सलीम बस्तवी अज़ीज़ी साहब का विशेष आभारी हूं जिन्होंने अपने उत्कृष्ट संचालन से इस कार्यक्रम को एक यादगार आयोजन बना दिया।