कानपुर – कानपुर में पिछले 10 सालों में जुलाई में अभी तक सबसे कम बारिश हुई है। जुलाई में अभी तक महज 253.1 मिमी बारिश हुई है, जबकि पिछले कुछ सालों में एक हजार एमएम से ज्यादा बारिश हुई है।
मौसम के जानकारों का मानना है कि बादलों का समूह जिसे मौसम विज्ञान की भाषा में टर्फ लाइन कहते हैं, वह प्रदेश के मध्य क्षेत्र यानि कानपुर-बुंदेलखंड से खिसककर काफी नीचे (प्रदेश के पूर्वोत्तर और उत्तरी क्षेत्रों पश्चिम बंगाल की तराई में) चला गया है। इसी वजह से कानपुर क्षेत्र में बारिश नहीं हो रही है।
मौसम विभाग का तो यहां तक मानना है कि इस बार इसी तरह पूरी जुलाई ऐसे ही गुजर सकती है। बारिश नहीं होने के साथ मौसम में इस बार दूसरा सबसे बड़ा और परेशान करने वाला परिवर्तन यह भी देखा जा रहा है कि कड़ी धूप के बीच नमी भी बढ़ी हुई है। इससे उमस के साथ उलझन पैदा करने वाली गर्मी पड़ रही है। रविवार को भी तेज धूप के साथ भीषण उमस ने शहर वासियों को परेशान किया।
डॉ.एसएन पांडेय के अनुसार आमतौर पर अधिक गर्मी और नमी आने से बारिश जरूर हो जाती है,लेकिन इस बार ऐसा कम हो रहा है। इसकी वजह यह है कि भूमध्य सागर और बंगाल की खाड़ी से जो हवाएं उठ रही हैं, उनके आपस में टकराने से नमी तो बन रही है, लेकिन बारिश वाले बादल यूपी के मध्य क्षेत्र में नहीं बन पा रहे हैं।