महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या। मां सरयू के पावन तट स्थित सिद्धपीठ करतलिया बाबा भजनाश्रम के संस्थापक महंत करतलिया बाबा की 39वीं पुण्यतिथि गुरुवार को निष्ठापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर मंदिर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें संत-महंतों ने उनके चित्रपट पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए संतों ने करतलिया बाबा के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर करतलिया बाबा भजनाश्रम के वर्तमान पीठाधिपति महंत बालयोगी रामदास ने बताया कि आश्रम के संस्थापक करतलिया बाबा की 39वीं पुण्यतिथि श्रद्धापूर्वक मनाई गई। जिसमें रामनगरी के संत-महंत, धर्माचार्य सम्मिलित हुए। महंत बालयोगी रामदास ने बताया कि करतलिया बाबा की गणना सिद्ध संतों में होती थी। वह त्याग, तपस्या, वैराग्य की प्रतिमूर्ति थे। जो भजनानंदी संत होने के साथ-साथ गौ एवं संत सेवी रहे। वह मां सरयू के पावन तट पर धूनी रमाकर भजन-साधना में तल्लीन रहा करते थे। उनके ऊपर सरयू मैया की बहुत कृपा थी। अयोध्या नगरी के सभी संत-महंत उनका आदरपूर्वक सम्मान करते थे। वर्तमान में करतलिया बाबा भजनाश्रम की गणना अयोध्या धाम के सिद्ध पीठों में होती है। जहां ठाकुरजी की सेवा संग गौ, संत, विद्यार्थी व आगंतुक सेवा सुचारू रूप से चल रही है।
आश्रम के पीठाधीश्वर महंत बालयोगी रामदास ने पधारे हुए संत-महंतों का स्वागत-सत्कार किया। करतलिया बाबा को श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में सांसद अवधेश प्रसाद, सिद्धबाबा श्रीमहंत नरसिंह दास, हनुमत सदन महंत अवधकिशोर शरण, श्यामासदन महंत श्रीधर दास, गहोई मंदिर महंत रामलखन शरण, महाविरक्त आश्रम महंत माधवदास रामायणी, महंत कन्हैया दास, श्रीरामाश्रम महंत जयराम दास, महंत भरत दास शास्त्री, अखिलेश पांडेय आदि समेत अन्य संत-महंत और भक्तजन मौजूद रहे।