उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व मंत्री डॉ. सी.पी. राय ने आज एक बयान जारी कर भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) की आलोचना की। उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा धर्म और आस्था के नाम पर राजनीति करती रही है, और प्रयागराज महाकुम्भ में हालात की गंभीरता और अव्यवस्था ने इस बात को सिद्ध कर दिया है।डॉ. सी.पी. राय ने महाकुम्भ में हुए भारी अव्यवस्थाओं का जिक्र करते हुए बताया कि श्रद्धालुओं की अनेक दुःखद मृत्यु के बावजूद सरकार उनकी संख्या और स्थिति के बारे में कोई ठोस जानकारी उपलब्ध नहीं करा पाई है। उन्होंने कहा कि यह सरकार न केवल अव्यवस्था के चलते जिम्मेदार थी, बल्कि एम्बुलेंस की व्यवस्था भी नाकाम रही। मृतकों के परिजन अभी भी उन्हें ढूंढने के लिए बदहवाश हालत में इधर-उधर भटक रहे हैं।उन्होंने महाकुम्भ में “हाईटेक” व्यवस्थाओं के झूठे प्रचार-प्रसार पर भी सवाल उठाए, जिसमें दावा किया गया था कि हाईटेक खोया-पाया केंद्र और एआई पावर कैमरा जैसी उन्नत व्यवस्थाएं श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सुनिश्चित की गई हैं। लेकिन, इसके बावजूद भारी संख्या में श्रद्धालुओं की जान चली गई। डॉ. राय ने यह भी कहा कि करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी सरकार की अव्यवस्थाएं ही श्रद्धालुओं की जिन्दगी की कीमत बन गईं।डॉ. राय ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 ए(एच) का उल्लेख करते हुए कहा कि यह अनुच्छेद सरकार से अपेक्षाएँ करता है कि वह देश में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देगी, लेकिन आरएसएस और भारतीय जनता पार्टी इसके विपरीत कार्य कर रही हैं। उन्होंने विशेष रूप से वाराणसी में भी सरकार की अव्यवस्थाओं को लेकर चिंता व्यक्त की और कहा कि इन अव्यवस्थाओं के कारण कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।उन्होंने आगे कहा कि प्रयागराज, वाराणसी और अयोध्या जैसे प्रमुख शहरों में भारी जाम और कुप्रबंधन के कारण स्थिति और भी बिगड़ गई। डॉ. सी.पी. राय ने योगी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वे केवल पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को बदलकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करने का दावा कर रही हैं, जबकि असल में जनता की जान चली जा रही है और सरकार के कुप्रबंधन की कोई ठोस जवाबदेही नहीं बन रही।