नई दिल्ली ,23 जुलाई । भारत की अग्रणी भुगतान और वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम ने एक और प्रभावशाली तिमाही वृद्धि दिखाई है। इसने साल-दर-साल 39 प्रतिशत की बंपर राजस्व वृद्धि दजज़् की है, जिससे वित्त वषज़् 24 की पहली तिमाही में इसका राजस्व 2,342 करोड़ रुपये हो गया है। यह जीएमवी में वृद्धि, मचेज़्ंट सब्सक्रिप्शन रेवेन्यू और प्लेटफ़ॉमज़् पर पंजीकृत ऋणों की वृद्धि से हासिल हुआ है।
ईएसओपी से पहले पेटीएम का ईबीआईटीडीए (अनिंज़्ग्स बिफोर इंट्रेस्ट, टैक्स, डेप्रिसिएशन एंड अमॉटाज़्इजेशन) सालाना आधार पर 359 करोड़ रुपये से बढ़कर 84 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वषज़् 23 की चौथी तिमाही में यह 52 करोड़ रुपये (यूपीआई प्रोत्साहन को छोड़कर) था। वित्त वषज़् 24 में, पेटीएम ने अपने योगदान लाभ को सालाना आधार पर 80 प्रतिशत बढ़ाकर 1,304 करोड़ रुपये कर दिया। योगदान माजिज़्न में वृद्धि और मुनाफा में लगाता , ईएसओपी माजिज़्न से पहले ईबीआईटीडीए भी 4 प्रतिशत तक सुधर गया।
पिछले एक साल में, कंपनी का मचेज़्ंट ग्राहक आधार जून 2023 तक दोगुना से अधिक 79 लाख हो गया और इसका मचेज़्ंट आधार 3.6 करोड़ तक बढ़ गया, जो कि पेटीएम साउंड बॉक्स और पेटीएम काडज़् मशीन जैसे इसके अग्रणी उपकरणों के लिए एक मजबूत वृद्धि है। शुद्ध भुगतान माजिज़्न में वृद्धि और ऋण वितरण व्यवसाय में वृद्धि के साथ, कंपनी का योगदान माजिज़्न इस तिमाही में बढ़कर 56 प्रतिशत हो गया, जो सालाना आधार पर 12 प्रतिशत की वृद्धि है।
वित्त वषज़् 24 की पहली तिमाही के लिए इसकी भुगतान सेवाओं का राजस्व सालाना आधार पर 31 प्रतिशत बढ़कर 1,414 करोड़ रुपये हो गया।
मचेज़्ंट पेमेंट में अग्रणी होने के नाते, पेटीएम लगातार लोकप्रियता हासिल कर रहा है और प्रति डिवाइस प्रति माह 100 रुपये से 500 रुपये तक की कमाई करता है। इस बीच, वित्त वषज़् 2024 की पहली तिमाही में वितरित व्यापारी ऋणों की संख्या में सालाना आधार पर 141 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि मचेज़्ंट लोन का मूल्य सालाना आधार पर 232 प्रतिशत बढ़कर 2,744 करोड़ रुपये हो गया।
पेटीएम द्वारा दी जाने वाली वित्तीय सेवाओं से राजस्व में बंपर वृद्धि देखी गई, जो साल-दर-साल 93 प्रतिशत बढ़कर 522 करोड़ रुपये हो गई। कंपनी की आक्रामक व्यवसाय विकास रणनीति में ऋण वितरण के साथ, वितरित ऋण का मूल्य सालाना आधार पर 167 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 14,845 करोड़ रुपये रहा।
पेटीएम द्वारा वितरित पोस्टपेड ऋणों की संख्या में सालाना आधार पर 49 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पोस्टपेड ऋणों के मूल्य में सालाना आधार पर 138 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
पसज़्नल लोन के तहत पेटीएम ने सालाना 128 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की, जो साल-दर-साल 202 प्रतिशत बढ़कर 4,062 करोड़ रुपये हो गया।
पेटीएम प्लेटफॉमज़् के जरिए लोन लेने वाले यूनिक बॉरोअसज़् की कुल संख्या 49 लाख से बढ़कर 1.06 करोड़ हो गई।
ग्राहक जुड़ाव में वृद्धि के साथ, भारत में उपभोक्ताओं के लिए मोबाइल भुगतान को अपनाना जारी रहने के कारण वित्त वषज़् 2024 की पहली तिमाही में इसके औसत मासिक लेनदेन यूजसज़् (एमटीयू) 23 प्रतिशत बढ़कर 9.2 करोड़ हो गए।
पेटीएम का सक्रिय उपयोगकताज़् आधार महत्वपूणज़् अपसेल अवसर प्रदान करता है, जिससे व्यवसाय को मुद्रीकरण के पयाज़्प्त अवसर मिलते हैं। वित्त वषज़् 2024 की पहली तिमाही में, वाणिज्य और क्लाउड राजस्व सालाना आधार पर 22 प्रतिशत बढ़कर 405 करोड़ रुपये हो गया।
इसके अलावा, ईएसओपी से पहले सकारात्मक ईबीआईटीडीए, कायज़्शील पूंजी में सुधार और ब्याज आय के कारण, जून 2023 को समाप्त तिमाही तक इसका नकद शेष बढ़कर 8,367 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि माचज़् 2023 को समाप्त तिमाही में यह 8,275 करोड़ रुपये था।