प्रयागराज उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में दुनिया के सबसे बड़े महापर्व, महाकुंभ का आगाज हो चुका है। इस महाकुंभ में आईआईटीयन बाबा अभय सिंह, जिन्हें इंजीनियर बाबा के नाम से जाना जा रहा है। वह काफी चर्चा में बने हुए है।
इंजीनियर बाबा अभय सिंह का दावा है कि उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है। पढ़ाई के बाद उन्हें एक बड़ी कंपनी में लाखों के पैकेज पर नौकरी भी मिली, लेकिन उन्होंने सांसारिक मोह-माया को त्यागकर आध्यात्म का मार्ग चुना।
अभय सिंह ने कहा कि मैं कनाडा में नौकरी कर रहा था। उस वक्त तीन लाख प्रति महीने की उनकी सैलरी थी। उसके बाद सैलरी में इजाफा भी हुआ और काफी अच्छी सैलरी पर वह वहां से छोड़कर भारत आ गए। अभय सिंह ने कहा कि जब आईआईटी मुंबई से निकलकर फैशन डिजाइनर का कोर्स करने के बाद मेरे पास नौकरी के साथ-साथ घर बसाने का भी विकल्प था। बावजूद इसके कुछ ऐसी बात थी कि ऐसा लगता था कि कमी है। बस फिर क्या जो इच्छा हुई भी वह समय के साथ जाती रही। बाबा अभय सिंह ने कहा कि मैंने दसवीं तक की पढ़ाई हरियाणा में की। उसके बाद मैंने आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से पढ़ाई की तो ऐसा लग रहा था ऐरोनॉटिक्स इंजिनियर ही सबकुछ है। लेकिन उसके बाद भी लगा कि जिस सांइस को मैने पढ़ा है, वो तो कुछ है ही नहीं। उन्होंने कहा कि अभी जो आध्यात्म पढ़ रहे हैं वही असली साइंस है। अभय सिंह ने कहा कि उनके पीछे पूरा परिवार है। उनके पिता पेशे से वकील हैं। उनकी एक बहन है जो कनाडा में रहती है। उन्होंने कहा कि बहुत मुश्किल था इस सामाजिक दायरे को तोड़ना। हालांकि उन्होंने कहा कि अब वह घर नहीं जाते हैं।