रामनगरी अयोध्या में गोपाल कृष्ण पाराशर महाराज द्वारा आयोजित श्री राम कथा का आयोजन भक्तों के लिए एक अद्वितीय और भावनात्मक अनुभव है। पाराशर महाराज ने अयोध्यापुरी के धार्मिक महत्व को उजागर करते हुए कहा कि यह स्थान केवल एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि एक पवित्र धार्मिक नगरी है, जहां आकर हर व्यक्ति को भगवान राम का ध्यान और स्मरण करना चाहिए।
महाराज ने विशेष रूप से यह भी बताया कि अयोध्या में स्थित प्रमुख तीर्थस्थलों जैसे माता सरयू, हनुमानगढ़ी, कनक भवन और राम मंदिर में दर्शन करना एक महान अवसर है। उन्होंने भक्तों से आग्रह किया कि वे यहां आने के बाद केवल घूमने-फिरने के बजाय, इस पवित्र स्थान पर समय बिताते हुए भगवान का ध्यान करें और यहां की स्वच्छता का ख्याल रखें, क्योंकि तीर्थ क्षेत्र में किया गया हर कार्य एक अमिट छाप छोड़ता है।
पाराशर महाराज ने यह भी बताया कि राम मंदिर का निर्माण 540 वर्षों के कठिन संघर्ष और समर्पण के बाद हुआ है, और यह हमारे लिए सौभाग्य का विषय है कि इस पीढ़ी को अपने भगवान राम के मंदिर को दर्शन करने का अवसर प्राप्त हुआ है। अयोध्या आने वाले भक्तों को यह समझना चाहिए कि यह स्थान केवल धार्मिक अनुभव का नहीं, बल्कि इतिहास और संस्कृति का भी केंद्र है।