गोण्डा 5 नवंबर जनपद में पिछले 24 वर्ष से आध्यात्मिक क्षेत्र में बौद्धिक जागृत के लिए समर्पित गीता गोष्ठी अपने रजत जयंती वर्ष में सनातन धर्मी वैदिक विद्वानों को एक मंच पर संगठित करने का संकल्प लिया है।
गत रविवार को मालवीय नगर स्थित रामलीला परिसर के रामेश्वर शिव मंदिर में आयोजित साप्ताहिक गीता गोष्ठी में लखनऊ से आए गोष्ठी के संरक्षक इंजी. सुरेश दूबे ने कहा कि तुलसीदास की जन्मभूमि पर जनपद में वैदिक विद्वान अमेरिका कनाडा तक सनातन धर्म की ध्वजा लहरा रहे हैं वहीं स्थानीय स्तर पर वैदिक विद्वानों में बिखराव व सामंजस्य की कमी से समाज को लाभ नही मिल रहा है। विद्वानों का आह्वान करते उन्होंने कहा कि हमें अभियान चलाकर जनपद व मंडल के विभिन्न मत व पंथ के बुद्धिजीवी समुदाय को एकसूत्र में बांधकर गीता के वैश्विक दर्शन से समाज को अवगत कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि आगामी 15 दिसंबर को आयोजित होने वाले गीता वार्षिकोत्सव में हरिद्वार वाराणसी प्रयाग के सुप्रसिद्ध धर्माचार्य भाग लेकर गीता के शाश्वत दर्शन पर प्रवचन करेंगे। गोष्ठी में संस्थापक सदस्य जनार्दन सिंह ने बौद्धिक समाज को जोड़ने व गीता वार्षिकोत्सव को भव्य स्वरूप देने की रूपरेखा प्रस्तुत की। गोष्ठी में गीता मर्मज्ञ उत्तम कुमार शुक्ल, रामबहादुर शुक्ल, अमित सिंह, रामकरन पांडेय, अशोक कुमार जायसवाल, सत्यदेव शुक्ल, अवधेश त्रिपाठी, छेदीलाल व रामसेवक सिंह मौजूद रहे।