श्री रामलीला महोत्सव ( पंचम वर्ष ) का हुआ वैदिक रीति से शुभारंभ, विद्यालय के बच्चों ने किया अद्भुत मंचन

बस्ती। सनातन धर्म संस्था-बस्ती के द्वारा आयोजित श्री रामलीला महोत्सव का रविवार को बस्ती क्लब परिसर में  भव्य शुभारंभ हुआ। अतिथियों ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया । बस्ती जनपद के विद्वान आचार्य गण द्वारा वैदिक मंत्रो का सुन्दर पाठ किया गया। आयोजन स्थल पर रामधुन की गूंज हुई।
श्री रामलीला के प्रथम दिन  नारद मोह, विश्वमोहिनी संवाद, पृथ्वी की पुकार के बाद श्रीराम जन्म तक का सजीव मंचन हुआ। बालिका विद्या मंदिर, रामबाग के बच्चों ने सबसे पहले नारद मोह, पृथ्वी की पुकार प्रसंग की अद्भुत लीला प्रस्तुत की। राजा महाराजा , देवी देवताओं के वेशभूषा में सजे- धजे बच्चे जब अपनी- अपनी भूमिका के साथ मंझे कलाकारों की तरह प्रस्तुत हुए तो पंडाल तालियों से गूंज उठा। नारद जी, देवराज इंद्र के संवाद शैली और उनके अभिनय को हर किसी ने सराहा। विश्वमोहिनी स्वयंवर मनोरंजन और ज्ञान से भरा दिखाई दिया।
कथा व्यास राजा बाबू पाण्डेय ने कहा कि ‘अतिसय देख धरम कै हानि, परम सभीत धरा अकुलानी, उन्होंने जब चौपाई दी तब आगे दृश्य में लूट, चोरी, जुआ, हत्या आदि के कुप्रभाव का मंचन किया गया और दिखाया गया कि रावण व दुष्टों का अत्याचार जब अधिक बढ़ गया तब पृथ्वीमाता, गो रूप धारण करके देवताओं के साथ देव लोक पहुंचकर श्री नारायण के अवतार के लिए करुण स्वर में निवेदन करती हैं । पृथ्वी की करुण मनुहार को सुनकर आकाशवाणी हुई और दर्शक गण भगवान का जय घोष करने लगे। इसके बाद ब्लूमिंग बड्स हायर सेकेंडरी स्कूल के बच्चों से प्रभु श्रीराम के जन्म से लेकर, नामकरण, विद्यारम्भ संस्कार तक की लीला का सजीव मंचन किया।
बच्चों की प्रस्तुति पर बीच-बीच में जय श्रीराम के गगनभेदी उद्घोष होते रहे। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि श्री प्रसून शुक्ला जी ने कहा कि प्रभु श्रीराम के जीवन से हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। श्री रामलीला मंचन घर-घर में मनुष्यता की स्थापना करेगा। इस कार्यक्रम से विभिन्न स्कूलाें के बच्चों को जोड़कर सनातन धर्म संस्था-बस्ती द्वारा आदर्श समाज की स्थापना की नींव तैयार की जा रही है। शुभारंभ के अवसर पर बस्ती की पावन धरा के विद्वान आचार्य डॉ. अम्बरीश जी व्याकरणाचार्य, पूर्व प्रधानाचार्य सम्पूर्णानन्द संस्कृत विद्यालय बस्ती और   वरिष्ठ पत्रकार, संपादक, शिक्षाविद और पर्यावरणविद डॉ प्रसून शुक्ल, डॉ अश्विनी कुमार सिंह,    डॉ आशीष नारायण त्रिपाठी, योगेश शुक्ला, अशोक श्रीवास्तव, डा. राजेश मिश्र,रामविलास शर्मा, रमेश सिंह, रामदत्त जोशी जी वयोवृद्ध नागरिक, विनय आर्य,
 सूर्य नारायण उपाध्याय भावुक, जगदेव शर्मा व अन्य अतिथियों एवं वैदिक आचार्यगण ने दीप प्रज्वलन किया, इसके उपरांत आचार्य गण द्वारा वैदिक मंत्रों से मंगलाचरण का पाठ और भगवान की स्तुति की गई। आचार्यगण का  अभिषेक प्रसून शुक्ला जी  द्वारा किया गया तथा अतिथियों  का अभिषेक आयोजन समिति के कर्नल के. सी. मिश्र , अतुल चित्रगुप्त, श्याम जी, अनुराग शुक्ल, सुशील मिश्र, सहदेव दूबे, हरीश त्रिपाठी, मनीष सिंह, राहुल त्रिपाठी, चन्दन सिंह के द्वारा किया गया।
शुभराम्भ सत्र का संचालन अखिलेश दुबे व पंकज त्रिपाठी ने किया।  सभी अतिथियों का आभार आयोजन समिति के कैलाशनाथ दुबे  ने किया।
जन्म के अवसर सनातन धर्म संस्था ने बच्चों में खूब सारे खिलौने, उपहार, टॉफी, मिठाई वितरित किया। पटाखे छोड़े और भगवान के चतुर्भुज रूप के दर्शन के शुभ अवसर पर पुष्प वर्षा कर उत्सव मनाया।
प्रथम दिवस शुभराम्भ के अवसर पर पहले ही दिन पूरा पांडाल भरा रहा।