बागेश्वर बालाजी पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी, धाम से श्री ओरछा धाम 160 किलोमीटर पैदल यात्रा 8 दिन में पूरी करेंगे ।
लेखक संतोष गंगेले कर्मयोगी नौगांव बुंदेलखंड जिला छतरपुर मध्य प्रदेश
यह आश्चर्य नहीं सत्य होने जा रहा है। की बुंदेलखंड क्षेत्र हृदय स्थल मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के छोटा सा ग्राम गढ़ा गंज थाना बमीठा जिला छतरपुर मध्य प्रदेश मैं स्थित भगवान शिव शंकर श्री बागेश्वर महाराज जी और श्री हनुमान जी बालाजी सरकार का मंदिर सैकड़ो वर्ष पुराना स्थापित है इस धार्मिक तीर्थ स्थल को आज विश्व के नक्शे पर दर्शाने के लिए 28 वर्षीय बालक पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी अल्पायु में कम उम्र में भारत के महान संतों शंकराचार्य पीठाधीश्वरों संत,ऋषि मुनियों के आशीर्वाद से भारत के महान संतों में और विश्व के अनेक देशों में अपनी मधुर वाणी प्रेम की वाणी से 115 करोड़ भक्तों ने आस्था, विश्वास और श्रद्धा से गुरु के रूप में युटुब फेसबुक सोशल मीडिया पर विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से अपना स्थान बना चुके हैं । उनके संकल्प उनके विकल्प उनके प्रकल्प अपने बाल अवस्था से ही भारत की सनातन संस्कृति संस्कारों नैतिक शिक्षा मानव कल्याण के लिए हृदय में स्थान बनाए रखती रही ।
बागेश्वर बालाजी पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने अपने 28 वर्ष पूर्ण होने पर 4 जुलाई 2024 को भक्तों के बीच जन्मदिन मनाने के बाद एक अद्भुत और राष्ट्र के लोगों को एक साथ संग्रह कर भगवान की पदयात्रा शुरू करने का संकल्प लिया । जिसकी तिथि निर्धारित हो चुकी है और वह तिथि 21 नवंबर 2024 से धाम बागेश्वर से यात्रा पदयात्रा शुरू होगी 8 दिन की यात्रा में 2 लाख से अधिक लोगों की साथ चलने की संभावना बताई गई है यह यात्रा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 39 झांसी खजुराहो मार्ग से शुरू होगी जो बसारी बृजपुरा छतरपुर कैड़ी धमौरा धामची माधवपुर सिंगरावन खुर्द, बिलहरी नौगांव चौबारा, दौरिया पुतरया पचवारा अलीपुर करारा गंज छाती पहाड़ी धसान नदी छतरपुर जिला को छोड़कर उत्तर प्रदेश जनपद झांसी के देवरी घाट से होती हुई मऊरानीपुर ,निमौनी बंगरा, सकरार निवाड़ी बरुआ सागर ओरछा अकेला से श्री राम राजा सरकार मंदिर 29 नवंबर 2024 को पहुंचेगी । पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य सनातन संस्कृति की रक्षा करना हिंदू धर्म को सशक्त बनाना भारत के युवा जो रास्ता भटक रहे हैं उन्हें धर्म से जोड़ने के लिए इस पदयात्रा से पूरे भारत सहित विश्व की प्रवासी भारतीयों सनातनियों को संबल और साहस मिलेगा ।
भारत सरकार और मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश सरकारों को बागेश्वर धाम ट्रस्ट संस्था की ओर से संपूर्ण जानकारी समय तिथि भेजी जा चुकी है जिस पर भारत सरकार मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश सरकार सहयोग रूप से इस पदयात्रा की तैयारी सुरक्षा को लेकर के लगातार बैठकर कर रही है और इस यात्रा में भारत देश के संपूर्ण राज्यों के साथ-साथ अन्य देशों के 6 देश के गुरु जी के शिष्य मंडल आ रहे हैं उनकी सुरक्षा देख लेख होना अति आवश्यक है ।
बागेश्वर बालाजी पीठाधीश्वर श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी द्वारा अपनी वंशावली अपनी जीवनी अपने माता-पिता भाई बहनों और धाम की महिमा को एक कथा को छोड़कर दूसरी कथा में अवसर रूप से अपने जीवन की परीक्षा संकट कष्टो को प्रस्तुत करते हैं। उनका उद्देश्य और मार्गदर्शन अपने जीवन से वह भारत के प्रत्येक नागरिक को जागरूक करने के उद्देश्य से अपनी बचपन की जीवनी शिक्षा दीक्षा माता-पिता के संस्कार भाई बहन के प्यार तथा दोस्तों का सहयोग और अपने गांव परिवार के दुख और संकटों को ही बताने में पीछे नहीं रहते हैं ।
बागेश्वर बालाजी पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी के जीवन की 100 से अधिक चमत्कारी घटनाएं हैं जिसमें वह अपने दादा गुरु श्री सन्यासी बाबा और अपने गुरु जगत गुरु रामभद्राचार्य जी माता-पिता के आशीर्वाद तथा कलयुग के राजा बालाजी सरकार श्री हनुमान जी श्री बागेश्वर धाम पावन पवित्र तपोभूमि की तपस्या का इतिहास बताते हैं । उनके बारे में वर्तमान में लिखने के लिए श्री रामचरितमानस ग्रंथ जैसा एक संग्रह तैयार किया जा सकता है क्योंकि उनकी अल्पायु की वाणी प्रेम की वाणी और कार्य करने की क्षमता से भारत देश के पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण मध्य भारत के सभी संतो ने उनके जीवन उनकी जीवनी और कार्य करने की क्षमता के लिए आशीर्वाद प्रदान किया है सभी संतों का यह मानना है कि परमपिता परमेश्वर सृष्टि के संचालन करता ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए सनातन संस्कृति बचाने के लिए श्री वीर हनुमान जी के रूप में इस बालक को श्री राम कृपाल जी एवं श्रीमती सरोज गर्ग के घर जन्म लेकर संसार के उन तमाम सोए हुए सनातन धर्म को चलाने वाले हिंदुओं को और भगवान को आस्था रखने वाले सनातनियों को जगाने के लिए उन्हें राष्ट्रध्वज धर्म ध्वज को लेकर समाज में संदेश देने तथा व्यास गद्दी से तथा दिव्या दरबारों के माध्यम से और यह पद यात्रा से समाज को नई जागृति मिलेगी ।
पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी द्वारा वर्ष 2019 से लगातार छतरपुर जिले की मीडिया के सहयोग से आज भारत सहित विश्व के नक्शे पर उनका नाम चमत्कारी सन्यासी बाबा और बागेश्वर बाबा जी के नाम से ख्याति मिल चुकी है उन्होंने अपनी जन्मभूमि छोटा सा ग्राम गढ़ा गंज जिला छतरपुर का नाम आज विश्व के नक्शे पर स्थापित कर दिया है इस ग्राम में जहां कचरे के ढेर और मर्दों को जलाया जाता था आज वहां पर हर शनिवार मंगलवार को लाखों लाखों भक्तों की संख्या का धाम पर श्री बागेश्वर बालाजी के दर्शन करने से उनका लाभ प्राप्त हो रहा है उनकी मनोकामनाएं पूर्ण हो रही हैं और यहां पर लगभग 5000 लोगों को सीधा रोजगार स्वरोजगार स्थापित करने का अवसर मिला है इस धाम पर आने-जाने के लिए भारत सरकार और प्रदेश सरकारों ने आवा गमन की सुविधा शुल्क कर दी है खजुराहो से आने झांसी से खजुराहो आने जाने तीर्थ स्थल जटाशंकर से बागेश्वर धाम पहुंचने सतना पन्ना से आने जाने तथा कटनी से बागेश्वर धाम आने जाने सागर भोपाल से आने जाने के लिए विशेष सुविधाएं भारतीय रेल के द्वारा अनेक रेलों की आवागम की सुविधा की गई है जिससे भारत सरकार की भी आमदनी में इजाफा अद्भुत हुआ है । बाहर से आने वाले भक्तों को खाने-पीने ठहरने स्नान ध्यान शौचालय की उत्तम व्यवस्था बनाई गई है कथा पंडाल एवं धार्मिक आयोजन करने के लिए भक्तों ने अद्भुत सहयोग किया है जिससे यह धार्मिक क्षेत्र भारत के धार्मिक तीर्थ स्थल के रूप में भारत के प्रत्येक भारतवासी के मन मस्तिक और आत्मा में स्थान बना चुका है ।
10 वर्षों से विश्व पर्यटन स्थल खजुराहो में पर्यटक दर्शकों की संख्या में गिरावट होने के कारण हवाई उड़ाने बंद हो चुकी थी जिसके लिए भारतीय जनता पार्टी के प्रतिशत अध्यक्ष श्री विष्णु दत्त शर्मा जी एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी चौहान वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव उनके मंत्रिमंडल एवं भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार जी के अथक प्रयास से विश्व पर्यटन स्थल खजुराहो के साथ-साथ विश्व धार्मिक तांत्रिक और आध्यात्मिकता का क्षेत्र बागेश्वर धाम बालाजी तीर्थ स्थल पर प्रतिदिन हजारों दर्शकों यात्रियों का आना-जाना है और हवाई यात्रा भी प्रतिदिन दिल्ली बनारस जबलपुर ग्वालियर से आती जाती है ।
बागेश्वर बालाजी पीठाधीश्वर के जो संकल्प हैं प्रकल्प हैं उनके बारे में भी यहां बताना जरूरी है
बागेश्वर बालाजी पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने सबसे बड़ा दर्द अपनी बहन की शादी में आर्थिक संकट का जो देखा वह उठाया उससे वह कई दिनों तक रोते रहे ईश्वर के सामने गिड़गिड़ाते रहे और उनकी यही प्रार्थना रही कि जिस परिवार में कन्या बेटी का जन्म हो उसके घर में समर्थ धन और सामग्री जरूर दें । इसी दर्द को उन्होंने सबसे पहले कन्या विवाह का संकल्प 21 कन्याओं से शुरू किया था और वह भी जब भगवान शिव पार्वती का विवाह महाशिवरात्रि को होता है वहां से शुरू हुआ 21 से 51 उसके बाद 101 फिर 151 पिछली वर्ष 251 आप उनका संकल्प 2025 में 501 कन्याओं का विवाह करने का लिया जा रहा है इस कन्या विवाह में वह प्रत्येक कन्या को मकान छोड़कर उनके घर गृहस्थी का संपूर्ण सामान औड़ने बिछाने पहनने के कपड़े घर जीएसटी की संपूर्ण सामग्री देते हैं और वह इस तरह से धर्म पिता बनते हैं जिस प्रकार से धर्मराज संपूर्ण समाज की रक्षा करते हैं उनका भी समझ में सामाजिक समरसता का सबसे बड़ा संदेश इस कन्या विवाह में 70% बेटियां अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति पिछड़ा वर्ग गलत वर्ग की होती हैं जिससे कि समाज में धर्म विरोधियों को वह सबक सिखाना चाहते हैं और यह भी बताना चाहते हैं कि ब्राह्मण कुल में जन्म देने के बाद हमारा कर्तव्य बनता है कि हम सनातन संस्कृति सनातन धर्म हिंदू धर्म के ब्राह्मण कुल में पूजनीय जन्म लेने के बाद हम सभी जाति को सभी वर्ग को गले लगाकर सामान्य रूप से बराबर पर बैठ कर उन्हें अपना परिवार का सदस्य मानकर बेटियों का विवाह करते हैं ।
पीठाधीश्वर गुरु महाराज जी का सबसे बड़ा संकल्प पर्यावरण संरक्षण को लेकर उन्होंने छतरपुर जिले में 11 लाख पौधों का रोपण कर उनकी देखभाल कर सुरक्षित कर पेड़ बनाने का संकल्प लिया उनके द्वारा स्कूलों में शिक्षा का स्तर गिर रहा है इस पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने शासन प्रशासन से शिक्षा का स्तर कुछ बनाने प्रत्येक ग्राम में विद्यार्थी बच्चों को उच्च शिक्षा के साथ उत्तम तरह के भजन और सुविधाएं प्रदान करने की पहल की जिस पर राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है और उसके परिणाम दिखाई देने लगे हैं ।
बागेश्वर धाम सरकार पीठाधीश्वर की सबसे बड़ी चिंता भारत से विभिन्न प्रांतो से आने वाले छोटे मध्यम वर्ग गरीब लोगों को यहां पर भोजन की व्यवस्था में बहुत ही कष्ट होता था उसको पूर्ण करने के लिए उन्होंने अन्नपूर्णा भंडारा 5 वर्ष पहले शुरू किया जो आज तक लगातार चल रहा है इस भंडारे में कभी 100 से 200 लोगों के भोजन की व्यवस्था से शुरू किया गया था आज यहां पर प्रतिदिन 10000 से अधिक लोग भंडारे में प्रसाद ग्रहण करते हैं विशेष आयोजन के समय श्रीमद् भागवत कथा श्री राम महायज्ञ उन अनुष्ठान और सबसे बड़ा महायज्ञ महाशिवरात्रि के समय प्रतिदिन 2 लाख से 3 लाख लोग अन्नपूर्णा भंडारे में प्रसाद ग्रहण करते हैं जिसका संपूर्ण खर्चा बागेश्वर धाम के भक्तगण सहयोगियों उठाते आ रहे हैं ।
अन्नपूर्णा भंडारे के लिए कमेटी संस्था ने उत्तम निर्णय लिया है कि अब भारत देश सहित विदेशी के लोग भी उनकी मनोकामना पूर्ण होने पर वह धार्मिक स्थल पर संकल्प दान पुण्य करना चाहते थे जिसके लिए उन्होंने तय किया है कि 365 दिन के लिए अलग-अलग तरह की अलग-अलग व्यक्ति जो सक्षम हैं पूंजीपति धनवान उद्योगपति है वह अपने बच्चों की जन्मदिन अपने जन्मदिन अपनी शादी की सालगिरह अपने पूर्वजों की याद में किसी भी रूप में यदि दान करना चाहते हैं तो वह एक दिन के भजन भंडारी की संपूर्ण व्यवस्था समिति के गाइडलाइन के अनुसार कर सकते हैं यह विधि भी नवदुर्गा उत्सव महोत्सव के बाद शुरू हुई है इसके बहुत अच्छे परिणाम आने शुरू हो गए हैं ।
बागेश्वर बालाजी पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने अपनी जन्म भूमि मातृभूमि अपने आसपास के 25 ग्रामों के लोगों को दशहरा मिलन समारोह आयोजन के लिए आमंत्रित किया और एकांत में लगभग 2000 व्यक्तियों से 8 घंटे तक व्यक्तिगत चर्चा करने के बाद यह निर्णय लिया गया है कि यह पावन पवित्र तीर्थ स्थल श्री बागेश्वर धाम की पवित्रता स्वच्छता सुंदरता और सुरक्षा को लेकर के आसपास के ग्रामों में नशा करने वाले व्यक्तियों को नशा करने से रोका जाए अपराधियों को अपराध करने के लिए रोका जाए जो व्यक्ति नशा करते हैं और अपराधी प्रवृत्ति के हैं ऐसे लोगों को किसी भी तरह के समाज में आने-जाने पर धाम पर आने-जाने के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है नशा नाश की जड़ परिवार बिखरने के लिए जो कष्ट था उसको बागेश्वर धाम से दूर करने का सबसे पहला प्रयास शुरू हुआ जिसके परिणाम आना शुरू हो गए और आसपास के ग्रामों में नशा करने वालों ने सुख शांति से जीवन व्यतीत करने के लिए सैकड़ो लोगों ने शराब दारू का नशा छोड़ दिया है लाखों लोगों ने मांस मदिरा छोड़कर के श्री बालाजी बागेश्वरधाम पर संकल्प लेकर मानवता के साथ जीवन जीने का संकल्प लिया है ।
छतरपुर जिला प्रशासन के साथ मिलकर बागेश्वर पीठाधीश्वर ने अचानक बागेश्वर धाम आने जाने वाले दो पहिया वाहन तीन पहिया वाहन चार पहिया वाहनों को चलाने वाले सभी ड्राइवर चालकों से एक स्थान पर बैठक करके उनसे कहा है कि कोई भी व्यक्ति नशा करके बाहर नहीं चलाएगा निर्धारित सीट के अतिरिक्त किसी भी यात्री को अतिरिक्त वहां में नहीं बैठाएगा उचित राशि वसूल करके धार्मिक स्थान पर बस स्टॉप से रेलवे स्टेशन से ले आने ले जाने के लिए कार्य करेंगे अन्यथा उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होती जाएगी इस अवसर पर छतरपुर पुलिस अधीक्षक श्री अगम जैन, यातायात प्रभारी बृहस्पति साकेत पुलिस पर मौजूद रहा ऐसे संकल्प की छतरपुर जिले सहित पूरे प्रदेश में सराहना हो रही है ।
बागेश्वर बालाजी पीठाधीश्वर का संकल्प प्रकल्प है कि छतरपुर जिले में भारत व विदेशों से आने वाले भक्तों को दर्शकों को किसी भी तरह की परेशानी संकट धोखाधड़ी छेड़खानी ना हो इसके लिए उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से बागेश्वर धाम में 200 से अधिक सीसी कैमरे लगवाने का भी निर्णय लिया है जिससे कि भक्तों के आने-जाने पर निगरानी रखी जा सके और अपराधियों को पकड़ा जा सके समय-समय पर बागेश्वर धाम में सभी दुकानदारों की मीटिंग लेकर के भोजन व्यवस्था और प्रसाद व्यवस्था को स्वच्छ और शुद्ध रखना स्वच्छता के साथ निर्माण करने शुद्धता पर ध्यान देकर के प्रसाद को वितरण और विक्रय करने की भी निगरानी की जा रही है ।
बागेश्वर बालाजी पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी सरल सहज और साहसी आध्यात्मिकता योग ध्यान तपस्या साधना के माध्यम से धाम पर आने वाले प्रत्येक व्यक्ति से प्रतिदिन मिलते हैं और वह कभी-कभी दिन हो रात हो ठंडी हो गर्मी हो बरसात हो वह गुरु की आज्ञा से अचानक निकल के पीड़ित परेशान रोगी व्यक्ति से कहीं भी मिलने पहुंच जाते हैं यह उनकी अद्भुत शक्ति का अनुभव भारत की अभी किसी भी मीडिया कर्मी पत्रकार चैनल यह पता नहीं लग सका है कि आखिर बागेश्वर बालाजी के पास कौन सी शक्ति है जिससे कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भूतकाल वर्तमान और भविष्य की समस्त जानकारियां परिचय पर लिखकर स्पष्ट कर देते हैं । भारत में जो हिंदू सनातन धर्म विरोधी है वह हमेशा षड्यंत्र कुचक रचते रहते हैं जिसके लिए उनकी सुरक्षा के लिए भारत सरकार और प्रदेश सरकारों ने विशेष पुलिस सुरक्षा व्यवस्था तथा उनके आश्रम पर पुलिस चौकी स्थापित कर दी है ।
बागेश्वर बालाजी पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने अपने एक उद्बोधन में भारत सरकार और प्रदेश सरकारों से भी कहा है कि दी हुआ है शासन में किसी भी तरह की सहयोग की अपेक्षा रखते हैं तो वह बागेश्वर बालाजी अपना प्रतिनिधि भेजें और वह दरबार में बैठकर के भारत सरकार की अप प्रदेश सरकार की गुप्त समस्याएं जिस देश को खतरा है यदि वह उसके बारे में जानकारी संग्रह करना चाहे और दुश्मन को नीचा दिखाना चाहे तो बागेश्वर बालाजी उसमें भी प्रत्यक्ष रूप पूर्ण सहयोग करेंगे ऐसा उन्हें अपने आप पर विश्वास है ।
उन्होंने यह संकल्प लिया है कि वह जब तक जीवित रहेंगे हिंदू धर्म की रक्षा सनातन धर्म की रक्षा धर्म शास्त्रों वेद पुराणों उपनिषद धार्मिक ग्रंथो की रक्षा के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने भारत के सभी हिंदू धर्म सनातन धर्मियों को जगाने के लिए जिस प्रकार से धर्म यात्रा शुरू की है उसकी सफलता आने वाले समय में भारत सरकार प्रदोष सरकारों को मिलेगी तथा भारत एक दिन हिंदू राष्ट्र बनेगा ।
बागेश्वर धाम यूट्यूब चैनल 28 जून 2019 को बनाया गया और आज यूट्यूब पर सब्सक्राइब 88.6 मिलियन बताई जा रहे हैं और दर्शकों की संख्या 151 करोड़ से अधिक है बागेश्वर धाम के वीडियो 13500 वीडियो अपलोड हो चुके हैं फेसबुक पर भी बागेश्वर धाम फॉलोअर्स की संख्या 1.8 मिलियन है ट्विटर पर 203 के दर्शकों की संख्या बताई गई है बागेश्वर धाम से मंडल दर्शकों की संख्या 103 के मेंबर बताई जा रहे हैं यह जानकारी आप यूट्यूब गूगल पर भी देख सकते हैं ।
बागेश्वर बालाजी धाम पीठाधीश्वर के मित्र श्री अनिरुद्ध आचार्य जी भारत के कथा व्यास में वर्तमान में सबसे उच्च कोटि के माने गए हैं पर उनके दर्शक संख्या 15 मिलियन गूगल में देखी जा रही है उन्होंने अपने वीडियो 7500 अपलोड किए हैं।
बागेश्वर बालाजी पीठाधीश्वर के गुरुजी जो जगतगुरु रामभद्राचार्य जी हैं गूगल उनको भी स्थान है लेकिन उनका शिष्य उनका चेला बहुत आगे निकल चुका है । यूट्यूब गूगल पर संतो को खोजने पर पंडित श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज पंडित श्री राजेंद्र दास जी महाराज जगतगुरु रामस्वरूप दास जी महाराज चित्रकूट की पीठाधीश्वर को भी दर्शक पसंद करते हैं लेकिन पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी को वर्तमान में सबसे ज्यादा युवा वर्ग विद्यार्थी वर्ग अधिक प्रसंद प्रसन्न कर रहा है ।
यह लेख ईश्वरी कृपा श्री बालाजी की कृपा से लिखने का प्रयास किया है यदि यह लेख आपको उचित और अच्छा लगे इसको आप अपने समाचार पत्रों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भेजें और लोगों को जगाने का प्रयास करें ।
मां सरस्वती का चरण सेवक लेखक
संतोष गंगेले कर्मयोगी नौगांव बुंदेलखंड जिला छतरपुर मध्य प्रदेश मोबाइल नंबर 9893 196874