माता भजन ” मैया जी – संजुला सिंह

माता भजन ” मैया जी 

 

जब भी गिरी हूँ तुमने 

 संभाला है मैया जी

इस जिंदगी में तुम से

उजाला है मैया जी ।

 जब भी फंसी मजधार में

और आवाज दी तुम्हें

मुसीबत से मुझे तुमने

निकाला है मैया जी ।

तेरे बिन ये जिंदगी में

कोई जायका नहीं

तेरा प्यार ही जिंदगी का

मसाला है मैया जी ।

ये जिंदगी बदरंग सी

मैया तुम्हारे बिन

मेरा कोई न हमप्याला

हमनिवाला है मैया जी ।

मेरे अवगुणों के बाद भी

अपना लिया मुझे

एहसान मुझ पे तूने 

बड़ा किया है मैया जी ।

दुःखी हुआ जब मन मेरा

शिकायतें बहुत की

फिर आंसूओं से हर गिला

को धोया है मैया जी ।

सुख – दुःख में धूप-छांव में

तुम साथ थे खड़े

अब तक का सफर

साथ निकाला है मैया जी ।

जो तुम से कभी बिछडूं 

तो जान जाएगी

गर छूटा तेरा हाथ ना

जी पाऊंगी मैया जी ।

तुम्हारे प्यार का शायद

मैं सिला ना दे सकूं 

नादान हूँ पर दिल का

ना काला हूँ मैया जी ।

संजुला सिंह ” संजू “

जमशेदपुर(झारखंड)