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अनुराग लक्ष्य, 9 सितंबर
सलीम बस्तवी अज़ीज़ी
मुम्बई संवाददाता ।
,,, उठो ऐ मोमिनों आका मेरे तशरीफ लाए हैं
हज़ारों नेमतें दामन में अपने लेकर आए हैं ,,,,
जी हां, बारह रबीउल अव्वल का महीना दुनिया भर के मुसलमानों के लिए बाइस ए रहमत है। इसी लिए तो दुनिया भर के मुसलमान इस महीने की अज़मत को अपने ईमान और अकीदे के साथ जीने मरने की कसमें खाते हैं।
बारह रबीउल अव्वल का महीना चल रहा है और आने वाली 16 तारीख को जुलूस ए मुहम्मदी अपने रवायती अंदाज़ में मुंबई की सड़कों पर निकलने वाला था, लेकिन अब आल इंडिया खेलाफत कमेटी के ऐलान के मुताबिक अब यह जुलूस 18 सितंबर को निकलेगा ।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आल इंडिया खेलाफत कमेटी के रूह ए रवां हज़रत मुईन मियां ने यह घोषडा की। पत्रकारों द्वारा पूछने जाने पर कि आपने यह फैसला क्यों लिया, के जवाब में मुईन मियां ने कहा कि यह निर्णय इस लिए लिया गया कि हमारे हिंदू भाइयों का तेवहार गड़पति विसर्जन 17 सितंबर को है इसलिए मुंबई में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हमने यह निर्णय लिया।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि यह निर्णय सिर्फ मेरा ही नहीं, वल्कि इसमें दूर दराज से आए हुए ओलमा और अइम्मा के सलाह मशवरे से ही लिया गया है। इस मीटिंग में महाराष्ट्र, मालेगांव, थाने, मुंब्रा, नासिक, पूना, न्यू मुंबई, भिवंडी और विक्रोली से आए उलमा हज़रात भी शामिल हैं, जिनकी रजामंदी से यह पैगाम दिया गया के जुलूस ए मुहम्मदी का जश्न और जुलूस मुंबई वासी आने वाली 18 सितंबर को मनायें
एक पत्रकार द्वारा पूछे गए सवाल, कि आपने हिंदुओं की कमेटी वालों को इसमें शामिल क्यों नहीं किया के जवाब में हज़रत मुईन मियां ने कहा कि अभी हम मुख्य मंत्री से मिलने के बाद उनसे भी राब्ता कायम करेंगे। अभी यह मीटिंग सिर्फ उलमा हजरात की थी। इसमें वही लोग शामिल थे, जहां जहां से जुलूस ए मुहम्मदी निकलता है।