लखनऊ। मंकीपाक्स से बचाव के लिए जिलों में टीमों का गठन कर दिया गया है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग इसे लेकर पूरी तरह सतर्क है। डाक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ की यह टीम जिलों की सीमा पर तैनात रहेगी और बाहर से आ रहे लोगों की लक्षणों के आधार पर स्क्रीनिंग करेगी।
अगर कोई संदिग्ध रोगी मिलता है तो तत्काल सैंपल लेगी और उसे केजीएमयू के माइक्रोबायोलाजी विभाग जांच के लिए भेजेगी। मध्य व पश्चिम अफ्रीकी देशों में बड़ी संख्या में मंकीपाक्स से पीड़ित रोगियों को देखते हुए बचाव के उपाय किए जा रहे हैं।