बस्ती । बस्तीशहर के अगले दस साल के विकास को लेकर तैयार खाके की फाइल शासन में दो माह अटकी हुई है। पहले से ही विलंब से तैयार शहर के मास्टर प्लान-2031 के लागू होने में हो रही देरी का असर शहर के विकास पर भी पड़ रहा है। डीएम प्रियंका निरंजन की माने तो 30 जून को यहां से भेजे गए मास्टर प्लान पर कुछ अन्य जानकारी मांगने के बाद उस पर शासन फाइनल मुहर लगा सकता है। विकास प्राधिकरण की ओर से मास्टर प्लान दो साल पहले ही बन कर तैयार हो जाना चाहिए था, लेकिन कोरोना के प्रकोप व अन्य कारणों से ऐसा हो नहीं सका। एक साल पहले इसे तैयार करने की कवायद शुरू की गई फिर मई 2022 में इसे ड्राफ्ट किया गया। मास्टर प्लान तैयार होने के बाद इस पर तकरीबन ढाई हजार आपत्तियां आम नागरिकों की ओर से आई थीं। फिर इन आपत्तियों का सचिव कमलेश बाजपेयी की अध्यक्षता में निस्तारण के बाद बीडीए अध्यक्ष, वीसी, सचिव व बोर्ड के सदस्यों की मीटिंग में मसौदे को अंतिम रूप देकर महायोजना को दो महीने पहले शासन भेज दिया गया था।
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मास्टर प्लान की स्वीकृति के लिए लखनऊ में मीटिंग कल
बीडीए की वीसी व डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि दो माह पहले बीडीए बोर्ड की बैठक में इसे पास कराने के बाद कुछ कमियों आदि में सुधार के बाद शासन को भेज भी दिया गया। लेकिन शासन की मुहर अभी नहीं लग सकी है। जिसके कारण यह मास्टर प्लान अभी भी लागू नहीं हो सका है। अब 30 जून को महायोजना 2031 की स्वीकृति के लिए लखनऊ आवास एवं विकास परिषद में मीटिंग बुलाई गई है। उम्मीद है मास्टर प्लान को शासन की संस्तुति मिल जाएगी।
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