हम अर्बन हीट आइलैंड के प्रभाव में

दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई भागों में गर्मी कहर बरपाए हुए है। राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों के साथ ही उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में भी यही हाल है।
कई राज्यों में स्कूलों में अवकाश घोषित करना पड़ा है। आगामी दिनों में भी गर्मी की तपिश और लू के थपेड़ों से राहत के आसार नहीं हैं। देश में जगह-जगह लगातार गर्मी का रिकॉर्ड टूट रहा है। मंगलवार को दिल्ली के कई इलाकों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
इस बीच, दिल्ली-एनसीआर गर्मी को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। महानगर दिल्ली में पानी की किल्लत इस कदर है कि पानी की राशनिंग करने तक की नौबत आ गई है। दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने दिल्ली में पेयजल संकट का ठीकरा हरियाणा सरकार पर फोड़ते हुए चेताया है कि जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। उनका कहना है कि हरियाणा सरकार ने दिल्ली के हिस्से का पानी यमुना में छोड़ना बंद कर दिया है।
दिल्ली के नागरिकों को भी उन्होंने चेताया है कि गैर-जिम्मेदाराना तरीके से पानी का इस्तेमाल न करें। गाड़ी धोने जैसे कामों में पानी का इस्तेमाल न हो। यदि पानी का इस्तेमाल गैर-जिम्मेदाराना तरीके से होता मिला तो चालान भी किए जा सकते हैं। भीषण जल आपूर्ति का सामना कर रहे इलाकों में टैंकरों से पानी की आपूर्ति दिन में दो बार की बजाय एक बार करने की बात भी कही गई है। कई इलाकों से लोगों के गर्मी और लूट की चपेट में आकर बीमार पड़ने के मामले भी आने लगे हैं।
लू की चपेट में आए लोगों को बुखार, सिरदर्द, उल्टी और बेहोशी जैसी शिकायतें हैं। हीट स्ट्रोक के साथ ही डिहाइड्रेशन की गंभीर चुनौती भी दरपेश है। इससे बच्चों को बचाए रखना बेहद जरूरी है। दिल्ली-एनसीआर में गर्मी और लू का आलम  यह है कि दिन ही नहीं देर शाम तक भी लू और गर्म हवाएं लोगों को हलकान किए रहती हैं।
भीषण गर्मी और लू किसी एक साल तक सीमित मौसमी घटना नहीं है। दरअसल, बढ़ते शहरीकरण के चलते हरियाली की कमी और सीधी धूप के निशाने पर आने के कारण हम ‘अर्बन हीट आइलैंडÓ (यूएचआई) के प्रभाव में हैं, जिसके आने वाले समय में बढ़ने की ही संभावना है, कम होने की नहीं। ऐसी अति मौसमी स्थितियों में रहना हमें सीख लेना होगा।

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