भरत साहित्य भारती ई मासिक पत्रिका माह मई अंक २ का आभासीय माध्यम से विमोचन दिनांक ३० मई दिन गुरुवार को
प्रख्यात छंदाचार्य,गीतकार,साहित्यकार
डॉ लव-कुश तिवारी माधवपुरी के कर कमलों से संपन्न हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एड्वोकेट डा राजीव रंजन मिश्र, विशिष्ट अतिथि अंजनी कुमार तिवारी’सुधाकर’ एवं अध्यक्षता भरत लाल नायक ‘बाबूजी’ द्वारा किया गया।सरस्वती वंदना – डा ओमप्रकाश मिश्र
‘मधुब्रत’ द्वारा स्वागत संबोधन – आ० आनंद त्रिवेदी द्वारा,कार्यक्रम का सफल संचालन नेतराम राठिया द्वारा किया गया।
इस अवसर पर छंदाचार्य लव-कुश तिवारी ने ई पत्रिका में सम्मिलित रचनाओं का सार संक्षेप प्रस्तुत करते हुए पत्रिका के साहित्यिक कलेवर की प्रशंसा की गई व सफलता की शुभकामना दी गई।
मुख्य अतिथि एड्वोकेट डा राजीव रंजन मिश्र ने अपने संबोधन में ई पत्रिका की उपयोगिता व लोकप्रियता को रेखांकित करते हुए अपनी भजन गीत व प्रतिनिधि कविता प्रस्तुत किया।
विशिष्ट अतिथि अंजनी कुमार तिवारी ‘सुधाकर’ ने भरत साहित्य मंडल, मोहरसिंह, छत्तीसगढ़ की पृष्ठभूमि पर ई पत्रिका के माध्यम से हिंदी भाषा साहित्य व लोक भाषा साहित्य के परिवर्धन में किये जा रहे प्रशंसनीय प्रयास का विस्तृत उल्लेख करते हुए ई पत्रिका के सूत्रधार डा ओमप्रकाश मिश्रा’मधुव्रत’ के स्वप्रेरित सफल प्रयास की मुक्त कंठ प्रशंसा किये साथ ही अपनी शोध परक छत्तीसगढ़ी काव्य कृति “राम ममियारो गढ़” की एक छत्तीसगढ़ी रचना का पठन भी किया।
अध्यक्षीय संबोधन में भरत साहित्य मंडल के संस्थापक भरत लाल नायक ‘बाबू जी’ ने ई पत्रिका के द्वितीय अंक के सफल विमोचन पर संपादक मंडल की प्रशंसा करते हुए भरत साहित्य मंडल के गठन, उद्देश्य, आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी दिया तथा बताया कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी ११ जून २०२४ को वार्षिक साहित्य सम्मेलन का आयोजन ग्राम लोहरसी,कोड़ातराई-रायगढ़ (छग) में प्रस्तावित है जिसमें काव्य रचनाओं के साझा संकलन का विमोचन भी किया जायेगा।
इस अवसर पर रचनाकारों ने अपनी प्रतिनिधि रचनाएं प्रस्तुत कर कार्यक्रम को काव्य रस से ओत-प्रोत कर दिया।
कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन ज्योत्स्ना कन्नौजे द्वारा किया गया।
डॉ आशीष मिश्र उर्वर की रिपोर्ट