बस्ती । पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के पाण्डेय बाजार बांसी रोड स्थित मारवाडी मन्दिर के सामने स्थित रामजानकी, लक्ष्मण, दुर्गा जी शंकर जी मन्दिर को अवैध रूप से जबरन जेसीबी मशीन लगाकर ध्वस्त कराये जाने का मामला गरमाता जा रहा है । पूर्व विधायक संजय प्रताप जायसवाल ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि आम जनमानस की धार्मिक आस्था और भावनाओं को देखते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच करायी जाय और जिला प्रशासन व जिम्मेदार अधिकारियों के संज्ञान में होते हुए मन्दिर को ध्वस्त करने का जो कृत्य किया गया, शामिल अधिकारियों एवं अन्य दोषी अभियुक्तो पर आवश्यक विधिक कार्यवाही कराया जाय।
मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में पूर्व विधायक संजय प्रताप जायसवाल ने कहा है कि नगर पालिका बस्ती क्षेत्र स्थित पुरानी बरती थानाक्षेत्र के पाण्डेय बाजार बांसी रोड निकट मारवाडी मन्दिर के पास में रामजानकी, लक्ष्मण जी, दुर्गा जी, शंकर जी का पौराणिक मन्दिर वर्ष 1956 में तत्कालीन ट्रस्टी जिलेबादेवी पत्नी स्वर्गीय गया प्रसाद जायसवाल द्वारा निर्माण कराया गया था। रजिस्टर्ड डीड में जिलेवादेवी पत्नी स्वर्गीय गया प्रसाद जायसवाल द्वारा यह दर्शाया गया है कि मेरे मरने के बाद मेरे पति के सगे चचेरे भाई मुन्नीलाल जायसवाल पुत्र जगतराम जायसवाल मन्दिर के सरवराकार होगे, उनके मरने के बाद खानदान का जो बड़ा लड़का होगा वो सरवराकार होता जायेगा। सरवराकार के द्वारा मन्दिर की अन्य सम्पत्ति से जो आय होगी उससे मन्दिर का रामभोग व पुजारी का खर्चा और मन्दिर का देखभाल होता रहेगा। जिलेबा देवी द्वारा डीड में यह भी स्पष्ट किया गया है कि मन्दिर के वर्तमान सरवराकार पुजारी के परिवार से ही उस मन्दिर का सरवराकार पुजारी रहेगा) वर्तमान में चौहरिजा प्रसाद शुक्ला पुत्र सरयू प्रसाद शुक्ला निवासी पिपरा चन्द्रपति पुजारी है। चौहरिजा द्वारा उस मन्दिर की देखरेख के लिए अरूण जायसवाल को रखा गया था परन्तु रजिस्ट्रर्ड डीड का खुला उल्लंघन करते हुए सुनील जायसवाल एवं पद्यमावती देवी द्वारा मन्दिर का सरवराकार मौखिक रूप से खुद को घोषित किया गया। जबकि मुन्नीलाल एवं हीरालाल के मृत्यु के उपरान्त सरवराकार मदन जायसवाल को होना था।
पूर्व विधायक संजय प्रताप ने पत्र में कहा है कि इस मन्दिर का प्रकरण जिला प्रशासन से लेकर सीएम पोर्टल को पत्र के माध्यम से पूर्व में भी अवगत कराया गया था। इसके बावजूद बिना किसी सक्षम आदेश के स्वर्गीय हीरालाल जायसवाल के बड़े पुत्र सुनील जायसवाल अपने सहयोगी कपड़ा व्यवसायी मयंक गाड़िया निवासी नई बाजार थाना पुरानी बस्ती, एसीजीएम प्रथम न्यायालय के यहा स्टोनो बाबू के पद पर कार्यरत अशोक सिंह ग्राम पकरी चौहान, थाना दुबौलिया एवं आनन्द जायसवाल पुत्र स्वर्गीय किशोरी लाल जायसवाल निवासी पाण्डेय बाजार, बांसी रोड, मारवाड़ी मन्दिर के सामने थाना पुरानी बस्ती द्वारा षड्यन्त्र रचकर मन्दिर के जीर्णोद्वार के नाम पर दिनांक 4 जून को दिन में 2 बजे जेसीबी मशीन से जमीन पर अवैध कब्जा करने की नियत से ध्वस्त करा दिया गया। नगर पालिका के अभिलेखो में भी मकान नम्बर 571 में राम जानकी, दुर्गा जी, लक्ष्मण जी, शंकर जी मन्दिर के नाम दर्ज है। पूर्व में मन्दिर के चौहद्दी के जांच हेतु जिला स्तर से राजस्व टीम का गठन कर जांच कराया गया था, परन्तु राजस्व जांच टीम द्वारा जिला प्रशासन को गलत रिपोर्ट सौंपी गयी।
पूर्व विधायक संजय प्रताप ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि मंदिर प्रकरण में तत्काल प्रभाव से कार्यवाही की जाय जिससे लोगों की श्रद्धा, आस्था के साथ खिलवाड़ न होने पाये।