नई दिल्ली:: शनिवार को साहित्य उपवन रचनाकार मंच के द्वारा मंच के अध्यक्ष कुमार रोहित रोज जी के द्वारा एक पारिवारिक साहित्यिक गोष्ठी का आयोजन सफदरजंग एन्क्लेव में स्थित लाइब्रेरी में किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रबुद्ध वरिष्ठ साहित्यकार डॉ राकेश सक्सेना जी एवं डॉ सुनीता सक्सेना जी मंचासीन रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उपवन के मार्गदर्शक डॉ अशोक कुमार ‘मयंक’ जी के द्वारा की गयी,साथ में निर्मला मुक्ता टोप्पो जी, प्रोफेसर निर्मला जी एवं वर्षा शेट्टी जी मंचासीन रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्ष कुमार रोहित रोज जी ने स्वागत अभिनन्दन व अतिथियों के कर कमलों से दीप प्रज्वलन से करवाया।
मुख्य अतिथियों को अंगवस्त्र भेंट किए गए तथा बहुत ही खूबसूरत मुक्तामाला सम्मान स्वरूप पहनाई गई।
उपवन की अधीक्षिका कुसुम आचार्य जी के द्वारा माँ शारदे की वंदना की गयी।
कार्यक्रम का संचालन उपवन की महासचिव कुसुम लता ‘कुसुम’ जी के द्वारा किया गया।
आमंत्रित रचनाकारों ने एक से बढ़कर एक विविध रंग की ग़ज़लों,गीतों,दोहों एवं कविताओं से कार्यक्रम को श्रेष्ठ बनाया। आमंत्रित स्वरों को मंच पर काव्य पाठ हेतु आमंत्रित करके पहले मुक्तामाला से स्वागत किया गया व खूबसूरत रचनाओं का श्रवण किया गया।
काव्य गोष्ठी में काव्य पाठ करने वाले रचनाकार रहे-
सुधा बसोर जी,आर.डी गौतम जी, रजनी बाला जी,रचना निर्मल जी,हूमा खातून जी,वशिष्ठ नारायण सिंह जी,ममता झा रुद्रांशी जी, वैभवी राज जी, सीमा पटेल जी,कविता कश्मीरी जी,मीनू गुप्ता राॅय जी,महेश शर्मा जी, कुमार रोहित रोज जी, कुसुम लता’कुसुम’जी।
अंत में मंचासीन अतिथियों के आशीर्वचन व काव्य पाठ ने गोष्ठी को एक नया आयाम दिया तथा काव्य गंगा को शीर्ष शिखर पर प्रतिस्थापित करके उपवन को काव्य सुगंध के परमानंद से सराबोर किया।
तत्पश्चात उपवन के अध्यक्ष महोदय के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन देकर सबके प्रति विनम्र आभार व्यक्त किया गया।
सबसे अंत में जलपान की व्यवस्था ने सबको आनंदित किया,आपसी चर्चा, वार्तालाप व एक दूसरे का उत्साह वर्धन करते हुए गोष्ठी को विराम दिया गया।(सुधीर श्रीवास्तव)