दिनांक 22 जनवरी दिन सोमवार को सायं 5 बजे नवोदय वैश्विक प्रज्ञान साहित्यिक मंच पर ऑनलाइन होकर कवयित्री,साहित्यकारा डॉ. पूर्णिमा पाण्डेय “पूर्णा” ने पत्रिका नवोदय अंक 17 का शानदार विमोचन किया । उन्होंने कहा कि आज बहुत शुभ दिन है कि अयोध्या में आज राम विराजे हैं और आज मुझे भी नवोदय पत्रिका का विमोचन का शुभ अवसर भी मिला है। उन्होंने राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा के महापर्व पर हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई भी प्रेषित किया। डॉ. पूर्णिमा पाण्डेय ने कहा नवोदय जिसका नया उदय हुआ हो… निर्झरिणी जो बहती रहे सदा उन्होंने कहा पत्रिका का अलंकरण बहुत सुंदर है जिसको संपादक एवं कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. कृष्ण कान्त मिश्र ने बनाया है। पत्रिका की मुख्य संपादिका डॉ. पूर्णिमा पाण्डेय हैं। डॉ. पूर्णिमा पाण्डेय ने मंच के संस्थापक अध्यक्ष डॉ ओम प्रकाश मिश्र “मधुब्रत” एवं कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. कृष्ण कान्त मिश्र का आभार व्यक्त किया है। एवं पत्रिका में सम्मिलित रचनाकारों को बधाई भी प्रेषित किया। इस अवसर पर नवोदय वैश्विक विज्ञान साहित्यिक मंच के कार्यकारी अध्यक्ष कृष्ण कान्त मिश्र ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर विमोचनकर्त्री डॉ. पूर्णिमा पाण्डेय का हौसला बढ़ाकर अपनी टिप्पणी से साक्षी भाव व्यक्त किया। इसी क्रम में मंच के संस्थापक डॉ. ओमप्रकाश मिश्र मधुब्रत ने विमोचनकर्त्री डॉ पूर्णिमा पाण्डेय पूर्णा का विमोचन में स्नेहाशीष रूपी टिप्पणी प्रदान कर उनको धन्यवाद ज्ञापित कर सम्मिलित रचनाकारों को बधाई प्रेषित किया। डॉ. प्रीती द्विवेदी ने विमोचनकर्त्री डॉ. पूर्णिमा पाण्डेय का हौसला बढ़ाते हुए लगातार टिप्पणियां करती रही। इसके अलावा मंच पर अन्य रचनाकार श्रीमती अंजू श्रीवास्तव, रंजना बिनानी, वीना टंडन , एकता गुप्ता, रीता गुलाटी, गौतम सिंह अनजान, रूपा माला सहित तमाम कवि, कवयित्री उपस्थित रहे और उन्होंने विमोचनकर्त्री डॉ. पूर्णिमा पाण्डेय का उत्साहवर्धन करते रहे। डॉ. पूर्णिमा पाण्डेय ने बड़े ही खूबसूरत तरीके से हर एक रचनाकार की रचनाओं को पढ़कर उसकी समीक्षा करते हुए विमोचन को सम्पन्न किया। और साक्षी भाव से देख रहे साहित्यकारों और नवोदय वैश्विक प्रज्ञान साहित्यिक मंच के सदस्यों को आभार व्यक्त किया।