अयोध्या 18 जनवरी लखनऊ राम लला की प्राण प्रतीक्षा के उपलक्ष में एक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन “चुभन पॉडकास्ट” चैनल ने किया। देश-विदेश से जुड़े विद्वान विदुषी वक्ताओं ने इसमें राम जी को अपने अपने तरीके से कहा।उत्तराखंड के विधायक किशोर उपाध्याय जी, वरिष्ठ पत्रकार और फोटोग्राफर महेंद्र त्रिपाठी जी, दक्षिण भारत के साहित्यकार कमल राजपूत जी, यूरोप के विद्वान डॉ. ज्ञानेश्वर पुरी जी,कर्नाटक से डॉ.श्रीलता सुरेश जी,तेलंगाना से सिराजुद्दीन जी, शाबिस्ता बृजेशजी, डॉ. चंपा श्रीवास्तव जी, गौरव अवस्थी जी जैसे विद्वद्जनों ने अपने विचार रखे।
रामलला की प्राण प्रतीक्षा के लिए वर्षों से दृढ़ संकल्प रखने वाले और अपने जीवन के चार दशक इसी काज को समर्पित कर देने वाले वरिष्ठ पत्रकार और फोटोग्राफर महेंद्र त्रिपाठी जी की आपबीती सुनकर कार्यक्रम में उपस्थित सभी विद्वानों के मन भावुक हो गए।उन्होंने आरंभ से घटित हर घटना को बहुत ही सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया और चुभन चैनल की संयोजिका डॉ. भावना घई, जिन्होंने इस पूरे कार्यक्रम को प्रस्तुत किया, उनका मानना है कि इस पूरे इतिहास को आज की पीढ़ी के सामने प्रस्तुत करना आवश्यक है, इसीलिए महेंद्र त्रिपाठी जी के विचारों और उनके द्वारा देखी घटनाओं को सामने आना ज़रूरी है।
उत्तराखंड के विधायक किशोर उपाध्याय जी ने राम लला का उत्तराखंड की धरती से क्या संबंध रहा, इस विषय पर बहुत ही सुंदर तरीके से प्रकाश डाला और वनाधिकारों तथा गंगा की बात करके सभी को सोचने पर मजबूर किया कि हम इन सब बातों को लेकर कितना गंभीर हैं।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण लोकप्रिय आल्हा कलाकार धर्मसिंह जी भी रहे जिन्होंने राम जी पर आल्हा सुनाया।यूरोप के देश क्रोएशिया के विद्वान वक्ता स्वामी ज्ञानेश्वर पुरी जी ने भी यह बताया कि यूरोप या विश्व के अन्य देशों में राम जी को और हमारे देश की इन घटनाओं को लेकर लोगों की क्या सोच है?