रिपोर्ट कालिन्दी तिवारी संतकबीरनगर
डीएम द्वारा मिलेट्स (श्री अन्न) आधारित स्टालो का अवलोकन करते हुए जनपद के किसान भाईयों में इसकी उपयोगित एवं प्रचार-प्रसार हेतु किया गया प्रेरित
संत कबीर नगर – जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर द्वारा विकास भवन परिसर स्थित जिला पंचायत रिसोर्स सेंटर में आयोजित किए गए दो दिवसीय मिलेट्स (श्री अन्न) कार्य शाला का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार व मा0 सांसद प्रतिनिधि आनन्द त्रिपाठी, उप कृषि निदेकश डा0 राकेश कुमार सिंह उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी द्वारा मिलेट्स (श्री अन्न) की उपयोगिता, उत्पादकता एवं प्रचार-प्रसार के दृष्टिगत कृषि विभाग एवं प्रगतिशील कृषकों द्वारा लगाये गये स्टालों का अवलोकन करते हुए जनपद में मिलेट्स के उत्पादन एवं ब्रान्डिग आदि के संबंध में किसान भाईयों को जागरूक करने हेतु प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर ’’श्री अन्न’’ यथा बाजरा, रागी, मडुआ, सावां, कोदो से बने आटा, बिस्किट, नमकीन, अन्य उत्पाद तथा मूल फसल का स्टाल लगाकर प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर इन-आउट, संत कबीर नगर के स्वामी कैलाश रुंगटा, श्री अन्न के बने विभिन्न आटा एवम अन्य उत्पाद के अग्रणी विक्रेता के द्वारा प्रतिभाग करते हुए श्री अन्न के विभिन्न उत्पाद के महत्व एवं उपलब्धता के बारे में बताया गया।
जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहां की कृषक भाई सर्वप्रथम यह निर्धारित करें कि वह खेती को अपनी आजीविका के रूप में देखते हैं या व्यवसाय के रूप में देखते हैं। जब तक खेती में व्यावसायिक दृष्टिकोण नहीं अपनाया जाएगा तब तक खेती लाभप्रद नहीं हो सकती है। अतः कृषक भाई खेती को व्यावसायिक रूप में बदलें, खेती में नवीन तकनीकी वैज्ञानिक के बताए हुए सुझाव को अनिवार्य रूप से प्रयोग करें। ऐसा करने से उनके उत्पादन में वृद्धि होगी साथ ही उत्पाद गुणवत्ता युक्त होगा। साथ ही कृषि विभाग के अधिकारी जनपद के किसी सरकारी भूमि, कृषि विज्ञान केंद्र पर भी उन्नत खेती का प्रयोग करें, जिसे जनपद के किसानों को एक मॉडल के रूप में दिखाया जा सके, जो उससे प्रेरित हो सके। मिलेट्स उत्पादन किसानों के द्वारा किया जाना आवश्यक है, साथ ही इसकी मांग को बढ़ाने हेतु मिलेट्स के उपभोक्ता को भी जागरूक किया जाना है कि मिलेट्स वर्तमान जीवन शैली में होने वाले विभिन्न समस्याओं यथा डायबिटीज, हाइपरटेंशन, मोटापा के लिए लाभप्रद है, श्री अन्न हमारे पूर्वज सेवन करते थे, वह शरीर से स्वस्थ थे, उनमें वर्तमान समय जैसी बीमारियां नहीं थी। उपभोक्ताओं के अंदर मिलेट्स की मांग बढ़ेगी, तो किसानों के द्वारा उत्पादन करने पर किसानों को लाभ मिलेगा। मिलेट्स उत्पाद के रिटेल पॉइंट को भी इस कार्यक्रम से जोड़ा जाए और उनको उपभोक्ताओं से जोड़कर इसके प्रति जागरूक किया जाए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने कार्यक्रम आयोजन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कृषक मिलेट्स की खेती को कम से कम अपने परिवार जनों के पोषण के लिए अनिवार्य रूप से करें, यदि सभी लोग मिलेट्स को अपनी थाली में स्थान देंगे, तो निश्चित रूप से उनके अंदर होने वाले विभिन्न बीमारियों में कमी आएगी और वह स्वस्थ होंगे।
इस अवसर पर उपायुक्त मनरेगा प्रभात द्विवेदी, जिला कृषि अधिकारी पी0सी0 विश्वकर्मा, जिला कृषि रक्षा अधिकारी शशांक, प्रगतिशील कृषक सुरेंद्र राय सहित अन्य अधिकारी एवं विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए सम्मानित कृषक गण उपस्थित रहे।