महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या, 27-11-2025 – श्री राम की पावन नगरी अयोध्या में रामायण मेला समिति द्वारा आयोजित 44वें रामायण मेले की सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ अत्यंत भव्य और गरिमामय रहा। मेले के प्रथम दिवस की संध्या का विधिवत शुभारंभ चीफ कमिश्नर इनकम टैक्स डॉ. शिखा दरबारी ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर, रामायण मेला समिति के संरक्षक, जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी राघवाचार्य जी ने डॉ. शिखा दरबारी को पुष्पगुच्छ देकर उनके प्रति आभार व्यक्त किया। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन मेले के प्रथम दिवस की सांस्कृतिक संध्या विभिन्न प्रकार की कलाओं का संगम रही, जिसमें देश के कोने-कोने से आए कलाकारों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। मुख्य प्रस्तुतियाँ इस प्रकार रहीं। गायन: ॐ प्रकाश, मुंबई गायन डॉ. विनीता सिंह, लखनऊ कथक नृत्य सुरभी सिंह, लखनऊ पखावज वादन विजय रामदास, अयोध्या बधावा नृत्य पूनम वर्मा, अम्बेडकरनगर रामलीला: हरे राम दास जी की रामलीला उपस्थित सभी श्रद्धालुगणों ने रामायण के विभिन्न प्रसंगों पर आधारित इन मनमोहक कार्यक्रमों का भरपूर आनंद लिया और स्वयं को भगवान राम की भक्ति में लीन कर लिया। 44 वर्षों से जारी है अटूट परंपरा रामायण मेला समिति के संयोजक आशीष मिश्रा ने बताया कि यह मेला पिछले 43 वर्षों से निरंतर आयोजित किया जा रहा है और इस वर्ष यह 44वाँ आयोजन है। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में भी रामायण के विविध प्रसंगों का मंचन तथा कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी राघवाचार्य जी ने इस अवसर पर कहा कि रामायण मेला एक ऐसा पवित्र आयोजन है जो हमें भगवान राम की शिक्षाओं का स्मरण कराता है और हमें जीवन के सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने इस मेले को अयोध्या की संस्कृति और धार्मिक भावना का प्रतीक बताया।