नवजात शिशु के लिए स्तनपान आवश्यक

अम्बेडकर नगर। उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ द्वारा प्रेषित प्लान ऑफ एक्शन 2023-24 के अनुपालन में पद्म नारायण मिश्र, जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर के आदेशानुसार एवं कमलेश कुमार मौर्य, अपर जिला जज / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर के निर्देशानुसार दिनांक 04.08.2023 को संयुक्त जिला चिकित्सालय, अम्बेडकरनगर में विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर एवं मानसिक स्वास्थय विषय पर विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए जारी दिशा-निर्देशों के अन्तर्गत किया गया। इस जागरूकता शिविर में डा० ओम प्रकाश, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, संयुक्त जिला चिकित्सालय, अम्बेडकरनगर, डा० हर्षित गुप्ता, प्रबन्धक, संयुक्त जिला चिकित्सालय, अम्बेडकरनगर डा० अधिना सैमुअल, महिला चिकित्सक, रमेश राम त्रिपाठी, चीफ, लीगल एड डिफेन्स काउन्सिल, शरद पाण्डेय, असिस्टेंट, लीगल एड डिफेन्स काउन्सिल एवं जिला चिकित्सालय के कर्मचारीगण द्वारा प्रतिभाग किया गया।
जागरूकता शिविर में बोलते हुये रमेश राम त्रिपाठी चीफ लीगल एड डिफेन्स काउन्सिल, अम्बेडकरनगर द्वारा बताया गया कि विश्व स्तनपान सप्ताह प्रत्येक वर्ष बच्चों के लिये नियमित स्तनपान पर बल देने हेतु मनाया जाता है, प्रत्येक वर्ष स्तनपान सप्ताह 01 अगस्त से प्रारम्भ होकर 07 अगस्त को समाप्त होता है। नवजात शिशु के स्वास्थ्य एवं विकास के लिये स्तनपान अत्यंत महत्वपूर्ण होता है माँ का दूध नवजात शिशुओं के लिये सर्वश्रेष्ठ आहार होता है। इसमें एंटीबाडीज होते हैं जो कई गम्भीर शिशु रोगों को रोकने में सहायक होते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार स्तनपान बाल स्वास्थ्य और जीवन बचाने के लिये सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है लेकिन वर्तमान में 06 महीने से छोटे शिशुओं को बेहद कम संख्या में स्तनपान कराया जा रहा है। विश्व स्तनपान सप्ताह अभियान विश्व स्वास्थ्य संगठन, युनिसेफ और कई स्वास्थ्य मंत्रालयों एवं समाज सेवी संगठनों संस्थानों द्वारा मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम है “Let’s make breastfeeding and work, work!” इस अभियान की शुरुआत वर्ष 1992 में हुई थी। डा० अथिना सैमुअल, महिला चिकित्सक, संयुक्त जिला चिकित्सालय, अम्बेडकरनगर द्वारा प्रतिभागियों को महिला स्वास्थ्य के विषय में जानकारी प्रदान की गई व महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहने हेतु एवं ध्यान रहने हेतु सलाह दी एवं गर्भावस्था के दौरान आने वाली समस्याओं तथा प्रसव के सम्बन्ध में भी जानकारी दी गई।
शरद पाण्डेय, असिस्टेंट, लीगल एड डिफेन्स काउन्सिल, अम्बेडकरनगर द्वारा मानसिक स्वास्थय के विषय में जानकारी देते हुये बताया गया कि मानसिक स्वास्थय का व्यक्ति की दिनचर्या पर काफी असर पड़ता है जब व्यक्ति मानसिक रूप से स्वस्थ होता है तो उसका हर काम काफी अच्छे से होता है लेकिन मानसिक स्वास्थय सम्बन्धी परेशानी होने पर व्यक्ति दिनभर चिडचिड़ा महसूस करता है। ऐसे में मानसिक समस्याओं से बचाव बेहद जरूरी है हम व्यायाम, मेडिटेशन, रिलैक्सेशन तकनीक अपना समय परिवार के साथ व्यतीत करने आदि कि माध्यम से हम मानसिक रूप से स्वस्थ्य जीवन व्यतीत कर सकते हैं।

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