लन्दन में रह रही सफ़ीना हुसैन को मिला एशिया का सबसे बड़ा सम्मान ,, रेमन मैगसेस अवार्ड,, भारतीयों में खुशी की लहर

लन्दन में रह रही सफ़ीना हुसैन को मिला एशिया का सबसे बड़ा सम्मान ,, रेमन मैगसेस अवार्ड,, भारतीयों में खुशी की लहर,,,,,,

अनुराग लक्ष्य, 20 सितंबर

सलीम बस्तवी अज़ीज़ी

मुम्बई संवाददाता ।

मुझको मिला है कैसा मुक़द्दर नहीं देखा

पहना है क्या लेबास क्या ज़ेवर नहीं देखा ।

मंज़िल की जुस्तजू में यह बढ़ते गए क़दम

राहों में मिले फूल या पत्थर नहीं देखा ।।

सलीम बस्तवी अज़ीज़ी की उपरोक्त पंक्तियाँ शायद आज सफ़ीना हुसैन की हिम्मत और जज़्बे को सलाम करने के लिए ही लिखी गई थीं। क्योंकि सफ़ीना हुसैन ने जो कर दिखाया है उसमें हर नारी का सम्मान छिपा हुआ है।

आपको बताते चलें कि सफ़ीना हुसैन लंदन में ,, Educate Girls,, नामक संस्था की संस्थापिका हैं। जिसमें वह अब तक 20 लाख से ज्यादा लड़कियों को शिक्षा के लिए अपनी संस्था से जोड़ चुकी हैं।

उनकी इसी उपलब्धि को देखते हुए उन्हें एशिया के सबसे बड़े सम्मान ,, रेमन मैगसेस अवार्ड,, से गत दिनों सम्मानित किया गया है।

इक्कीस जनवरी को दिल्ली में जन्मी सफ़ीना हुसैन ने शुरूआती तालीम दिल्ली में ही हासिल किया। 1989 में उन्होंने दिल्ली पब्लिक स्कूल R k पुरम में 12वीं पास किया। इसके अलावा उन्होंने 1995 में लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से हिस्ट्री में Bsc किया । सफ़ीना हुसैन की हिम्मत और जज़्बे को हर भारतीय पर गर्व होना चाहिए। जिनकी वजह से लंदन जैसे देश में एक भारतीय महिला को एशिया का सबसे बड़ा सम्मान मिला।