महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से जारी है, जिसमें अब मंदिर के चारों ओर बन रहे भव्य परकोटे (प्राचीर) को अंतिम रूप देने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के बाद, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट रामदरबार और अन्य देवी-देवताओं के निर्मित मंदिरों के साथ-साथ इस परकोटे के निर्माण को गति दे रहा है। ट्रस्ट के महामंत्री चंपतराय और निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र के नेतृत्व में, कार्यदायी संस्था लगातार यह सुनिश्चित कर रही है कि पूरा श्रीराम जन्मभूमि परिसर नवंबर या दिसंबर 2025 तक भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिया जाए। 14 फीट चौड़ा और 732 मीटर लंबा भव्य परकोटा श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के चारों ओर बन रहा यह आयताकार परकोटा अपने नवीनतम स्वरूप में बेहद भव्य दिख रहा है। इसकी चौड़ाई 14 फीट होगी और कुल लंबाई 732 मीटर होगी। पिंक सैंडस्टोन पर उत्कृष्ट नक्काशी परकोटे के निर्माण में भी मंदिर में उपयोग किए गए पिंक सैंडस्टोन का ही प्रयोग किया गया है। इन पत्थरों पर सुंदर नक्काशी की गई है, जो इसे भक्तों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनाएगी। यह 14 फीट ऊंचा परकोटा न केवल एक सुरक्षात्मक दीवार के रूप में काम करेगा, बल्कि इस पर भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़ी लीलाओं का भी चित्रण किया जाएगा। ये कलाकृतियां वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सुखद संदेश देंगी और उन्हें श्रीराम के आदर्शों से परिचित कराएंगी।
समग्र रूप से, श्रीराम जन्मभूमि परिसर एक अद्भुत और आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करने के लिए आकार ले रहा है, जिसमें यह भव्य परकोटा भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।