रिपोर्ट कालिंदी तीवारी संतकबीरनगर
संत कबीर नगर – जिलाधिकारी संदीप कुमार की अध्यक्षता में विभिन्न सर्वेक्षणों में गुणवत्तापूर्ण एवं सांख्यिकी आंकड़ों के संग्रहण करने के दृष्टिगत कलेक्ट्रेट सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिरुद्ध कुमार सिंह, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या, प्रभागीय वनाधिकारी सहित जनपद के समस्त विभागों के अधिकारी एवं उद्योग बंधु, व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधि, प्रधान संघ के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।
कार्यशाला के शुभारम्भ में जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाने के लिए प्राथमिक एवं द्वितीयक सेक्टर के असंगठित उद्यमों की पहचान कर उनके सर्वेक्षण की आवश्यकता है।
जिलाधिकारी संदीप कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा आगामी 05 वर्षो में प्रदेश को एक ट्रिलियन डालर की अर्थ व्यवस्था बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वर्तमान समय में देश में प्रदेश का अर्थ व्यवस्था के मामले में तीसरा स्थान है, इसमें सभी के सहयोग की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि इसके लिए उत्पादन, सेवा क्षेत्र में उपलब्ध आंकड़ों का सही-सही संकलन आवश्यक है। विभागीय अधिकारी इसको गम्भीरता से लें तथा सही आंकड़ा उपलब्ध करावें। इससे प्रदेश स्तर पर नीति निर्धारण में मदद मिलती है। उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा, एनआरएलएम, कृषि क्षेत्र में एफपीओ तथा सर्विस सेण्टर के संबंध में सर्वे किया जाता है। राज्य सरकार द्वारा इन्वेस्टर समिट 2023 आयोजित करके प्रदेश के प्रत्येक जिलों में उद्योग की स्थापना के लिए उचित वातावरण सृजित किया जा रहा है। इसके अलावा प्रत्येक जनपद में एक जनपद एक उत्पाद योजना लागू करके वहां के महत्वपूर्ण उत्पाद को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलायी जा रही है।
मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार ने कहा कि सभी उद्योगों का पंजीकरण आवश्यक है। इससे जहां एक ओर उद्योगों की स्थापना की सही जानकारी मिलेंगी, वहीं दूसरी ओर उपलब्ध कराये गये रोजगार की सूचना भी मिल सकेंगी। कहा कि आंकड़ों की शुद्धता एवं गुणवत्ता पर विषेश ध्यान देने की जरूरत है।
उप निदेशक अर्थ एवं संख्या बस्ती मंडल बस्ती अमजद अली अंसारी ने कहा कि सांख्यिकी आंकड़ों के कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय द्वारा विभिन्न सामाजिक सर्वेक्षण को नियमित रूप से संपूर्ण भारतवर्ष में संपादित कराया जा रहा है इसमें प्रदेश के अंतर्गत जनपद स्तर पर विभिन्न इकाइयों का सर्वेक्षण भारत सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा कराया जाता है, सर्वेक्षण की जानकारी के अभाव में प्रतिवर्ष इकाइयों के आंकड़ों के संग्रहण में अपेक्षित सहयोग नहीं मिलता है उन्होंने कहा कि संत कबीर नगर जनपद की अर्थव्यवस्था 5111.68 करोड़ की है, संत कबीर नगर एक कृषि प्रधान जनपद है जहां पर उत्पादन क्षमता का बेहतर स्कोप है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है लेकिन मा0 प्रधानमंत्री जी का सपना है भारत को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है इसके लिए का उत्तर प्रदेश को ज्यादा योगदान देने की जरूरत है और इसी के तहत मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थ व्यवस्था बनाने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है, इसी के संदर्भ में इस वर्कशॉप का आयोजन आंकड़ों की गुणवत्ता एवं शुद्धता के प्रति जागरूकता के लिए किया गया है।
अपर जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी शिव कुमार पाण्डेय ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य समय-समय पर जागरूकता अभियान और कार्यशाला का आयोजन करके संदेश सर्वेक्षणों के बारे में जागरूकता फैलाकर उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थ व्यवस्था बनाना है।
अंत में उप निदेशक द्वारा कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागियों से अपेक्षा की गयी की वह अपने कार्य क्षेत्र अंतर्गत हो रहे विभिन्न प्रकार के सर्वेक्षण में सही जानकारी उपलब्ध कराने हेतु सम्बंधित को जागरूक करने का प्रयास करेंगें।