बस्ती में इण्डो-इजराइल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में “सिंचाई व पोषण प्रबंधन” पर प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

बस्ती। औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र, बस्ती के अंतर्गत संचालित इण्डो-इजराइल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर फ्रूट्स, बंजरिया में राष्ट्रीय बागवानी विकास मिशन, भारत सरकार, इजराइल दूतावास, नई दिल्ली और उत्तर प्रदेश के उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 22 से 25 अप्रैल 2025 तक “सिंचाई व पोषण प्रबंधन” विषय पर चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण के अंतिम दिन 25 अप्रैल को नेटाफिम इरीगेशन के प्रतिनिधियों प्रशांत पंचोली और दीपक जंजीरे ने “आधुनिक उन्नत स्वचालित सिंचाई प्रणाली” तथा “एरोपोनिक व हाइड्रोपोनिक तकनीकों से सब्जियों का उत्पादन” विषयों पर प्रशिक्षण दिया। प्रतिभागियों के लिए संदीप जावलेकर द्वारा प्रशिक्षण के विषयों पर आधारित एक ऑनलाइन क्विज का आयोजन भी किया गया। चार दिनों तक चले इस प्रशिक्षण में माइक्रोइरीगेशन की तकनीकों पर विस्तार से जानकारी दी गई, जो अल्प जल उपलब्धता में भी फसलों को उचित समय पर पोषक तत्वों के साथ रूट जोन में सिंचाई करने में सहायक है। एरोपोनिक और हाइड्रोपोनिक तकनीकों के माध्यम से मृदा रहित सब्जी उत्पादन की जानकारी साझा की गई, जो बढ़ती जनसंख्या की खाद्य आवश्यकता को पूरा करने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगी। प्रशिक्षण में मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, केरल, हरियाणा, राजस्थान, तमिलनाडु, पंजाब, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के इण्डो-इजराइल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के प्रतिनिधियों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के जिला स्तरीय अधिकारियों ने भाग लिया। संयुक्त निदेशक श्री भानु प्रकाश राम ने प्रतिभागियों से अपने क्षेत्रों में इन तकनीकों का प्रसार करने और किसानों को इरीगेशन व फर्टीगेशन अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने का आह्वान किया। प्रशिक्षण के समापन पर भानु प्रकाश राम ने प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र और स्मृति चिन्ह वितरित किए। अनीश कुमार श्रीवास्तव, प्रभारी अधिकारी, इण्डो-इजराइल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, बंजरिया और ब्रम्हदेव, प्रोजेक्ट ऑफिसर, मशाव, इजराइल दूतावास ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संयुक्त निदेशक ने सभी प्रतिभागियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाओं के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन किया।