महेन्द्र कुमार उपाध्याय
अयोध्या। रामायण मेला समिति, अयोध्या और भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय, लखनऊ ने संयुक्त रूप से संस्कृति के विविध पहलुओं पर उच्च गुणवत्ता वाली शोध पत्रिका प्रकाशित करने का निर्णय लिया है। इस महत्वपूर्ण पहल के लिए एक सलाहकार समिति और संपादक मंडल का गठन किया गया है। भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. सृष्टि धवन ने इस संबंध में पत्र जारी किया है।
यह उल्लेखनीय है कि 22 अक्टूबर 2024 को रामायण मेला समिति, अयोध्या और भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित हुआ था। इस अवसर पर रामायण मेला समिति एवं श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नित्य गोपाल दास जी महाराज, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय, रामायण मेला समिति के संरक्षक जगदगुरु रामदिनेशाचार्य, नगर विधायक वेद गुप्ता, नगर के महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी, रामायण मेला समिति के महामंत्री कमलेश सिंह, एस एन सिंह, शिवेश्वर पति त्रिपाठी, श्रीनिवास पोद्दार, सरदार सुरेंद्र सिंह, उमेश श्रीवास्तव, आशीष मिश्रा तथा भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर मांडवी सिंह एवं कुलसचिव डॉक्टर सृष्टि धवन उपस्थित थे।
समझौता ज्ञापन के तहत, दोनों संस्थान मिलकर एक उत्कृष्ट शोध पत्रिका प्रकाशित करेंगे, जिसमें संस्कृति के विभिन्न आयामों पर शोध पत्र आमंत्रित किए जाएंगे। प्रकाशन से पहले, श्रेष्ठ शिक्षाविदों द्वारा इन शोध पत्रों का मूल्यांकन और उचित परीक्षण किया जाएगा। पत्रिका के प्रकाशन को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए विभिन्न शिक्षाविदों और विशेषज्ञों के साथ गहन चर्चा के बाद सलाहकार समिति और संपादक मंडल का गठन किया गया है। सलाहकार समिति प्रकाशन के लिए दिशा-निर्देश निर्धारित करेगी, जबकि संपादकीय मंडल कार्यों का संपादन कर समय-समय पर समिति को अवगत कराएगा।
इस कमेटी की संरक्षक भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर मांडवी सिंह होंगी। सलाहकार समिति में पद्मश्री साहित्यकार विद्या बिंदु सिंह, बी आर मणि त्रिपाठी (महानिदेशक, नेशनल म्यूजियम, नई दिल्ली), आचार्य मनोज दीक्षित (कुलपति, महाराज गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर), प्रोफेसर सच्चिदानंद शुक्ला (कुलपति, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़), श्रीराम तिवारी (निदेशक, महाराज विक्रमादित्य शोध पीठ, भोपाल), प्रोफेसर राणा पी वी सिंह (पूर्व अध्यक्ष, भूगोल विभाग, विज्ञान संस्थान, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी), प्रोफेसर सुशील कुमार पांडे ‘साहित्येंदु’ (सेवानिवृत्त शंकाया अध्यक्ष, संस्कृत विभाग, संत तुलसीदास पीजी कॉलेज, कादीपुर, सुलतानपुर), प्रोफेसर सृष्टि माथुर (संकाय अध्यक्ष, गायन, भातखंडे संस्कृत विश्वविद्यालय, लखनऊ), और आशीष कुमार मिश्रा (संयोजक, रामायण मेला समिति, अयोध्या) शामिल हैं। संपादक मंडल में प्रोफेसर महेंद्र पाठक (सेवानिवृत्त आचार्य, प्राचीन इतिहास विभाग, का.सु. साकेत स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अयोध्या), डॉ. कौस्तुभ रंजन मिश्र (सहायक अध्यापक, इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़), श्री ज्ञानेंद्र दत्त वाजपेई (संकाय अध्यक्ष, नृत्य, भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय, लखनऊ), डॉक्टर सर्वेश कुमार (सहायक आचार्य, भूगोल विभाग, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय), इंजीनियर सांभवी एम शुक्ला (असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या), और डॉ. शिवम मिश्रा शामिल हैं।
इस शोध पत्रिका (जर्नल) के प्रकाशन से अयोध्या में शोध आधारित लेख और महत्वपूर्ण जानकारियां आम लोगों तक पहुंच सकेंगी। वर्ष 2024 में, माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने रामायण मेला समिति के उद्घाटन सत्र में समिति को शोध परक पत्रिकाओं को सामाजिक हित में लाने और सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था। यह पहल इस दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।